गोंडा: जातिगत जनगणना को लेकर देशभर में चल रही बहस के बीच गोंडा से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने तीखा और चौंकाने वाला बयान दिया है। कर्नाटक सरकार द्वारा 90 दिनों के भीतर जाति आधारित जनगणना की प्रक्रिया को लेकर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि “इससे नए-नए विवाद जन्म लेंगे। मांग विपक्ष ने की, सरकार ने मान ली, अब समाज में असमंजस और उलझन की स्थिति बन रही है.”
बृजभूषण ने उदाहरण देते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में कुर्मी समाज को पिछड़ा माना जाता है, जबकि गुजरात और उड़ीसा में ये समाज अगड़ी या अलग कैटेगरी में है। वहीं बंगाल में ये एससी/एसटी की मांग कर रहे हैं। ऐसे में एक ही जाति की स्थिति हर राज्य में अलग-अलग है, यह कैसे तय होगा?”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “यदि भगवान कृष्ण यदुवंशी थे, और यदुवंशी अगर पिछड़े में हैं, तो क्या हम भगवान विष्णु के वंशजों को भी पिछड़ा कहें?”
जातियों में जातियां बन रही हैं, और झगड़े गहराते जा रहे हैं, सरकार को बहुत सावधानी से कदम उठाना होगा, उन्होंने यह चेतावनी दी। “घटना बड़ी है, लेकिन पहली नहीं”
बृजभूषण ने पवन खेड़ा पर कसा तंज
गृह मंत्री पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया पवन खेड़ा द्वारा हाल की एक बड़ी घटना को ‘ईश्वर की मर्जी नहीं, सरकार की नाकामी’ बताने पर बृजभूषण ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “घटना गंभीर है, लेकिन दुनिया में यह पहली बार नहीं हुआ है. पवन खेड़ा किस सोच से यह कहते हैं, वह खुद जानें.”
“अखिलेश 2025 नहीं, 2027 की बात क्यों कर रहे?” — सवाल पर बोले बृजभूषण:
“जो काम है, वही तो कर रहे हैं”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के 2025 छोड़ 2027 की राजनीति की बात करने पर बृजभूषण बोले, “अखिलेश यादव अपना काम कर रहे हैं, जो उनका कर्तव्य है. इसमें परेशानी क्या है?”