मध्यप्रदेश के जौरा तहसील के मानपुर बल्ला गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 20 वर्षीय युवक ने खुद के ही अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी और अपने ही पिता से दो लाख रुपये की फिरौती मांग डाली। इस मामले में पुलिस ने युवक और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। अपहरण की इस नकली स्क्रिप्ट के पीछे की वजह थी। पैसों की जरूरत और पारिवारिक दबाव। लेकिन जब पुलिस ने शक के आधार पर जांच शुरू की, तो यह ‘ड्रामा’ ज्यादा देर टिक नहीं सका।
12 जून को रची ‘अपहरण की साजिश’
मानपुर बल्ला निवासी पप्पू उर्फ अहिबरन जाटव ने 12 जून को थाने में अपने छोटे भाई रिंकू जाटव (20) की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। इसी दौरान रिंकू ने परिवारवालों को कॉल करके बताया कि उसका तीन लोगों ने अपहरण कर लिया है। उसने कहा कि उसके हाथ-पैर बांध दिए गए हैं और लगातार मारपीट की जा रही है। अपहरणकर्ता दो लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। परिजनों ने यह सूचना तुरंत थाना प्रभारी (TI) उदय भान सिंह यादव को दी। पुलिस को शुरू से ही मामला संदिग्ध लग रहा था, इसलिए मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर टीम एक्टिव हो गई।
पुलिस के दबाव में घर लौटा ‘अपहृत’ युवक
13 जून की सुबह, पुलिस की कार्रवाई से घबराकर रिंकू जाटव खुद ही घर लौट आया। उसे परिजनों द्वारा थाने लाया गया, जहां पूछताछ के दौरान वह पुलिस को भटकाने की कोशिश करता रहा। लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की गई तो सारा सच सामने आ गया।
रिंकू ने कुबूल किया कि उसे पैसों की सख्त ज़रूरत थी और घरवाले देने में टाल-मटोल कर रहे थे। इसी कारण उसने अपने दोस्तों सुनील जाटव, ओमकार नट और टाटा नट के साथ मिलकर झूठे अपहरण की योजना बनाई।
दो गिरफ्तार, दो अभी फरार
पुलिस ने तत्काल रिंकू जाटव और उसके साथी सुनील जाटव को गिरफ्तार कर लिया। ओमकार नट और टाटा नट फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। नगर निरीक्षक उदयभान सिंह यादव के अनुसार, “चारों युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 140 और 308 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”