बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के जंगल में शनिवार जिला बल, हॉकफोर्स और सीआरपीएफ जवानों व माओवादियों के बीच मुठभेड़ में मारे गए तीन महिलाओं समेत चारों माओवादी हार्डकोर थे। उन पर 56 लाख का इनाम घोषित था। उनके पास से बरामद ग्रेनेड लांचर समेत अन्य हथियारों से पता चलता है कि वह किसी बड़ी तैयारी में थे, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।
तीन साल में 21 माओवादी ढेर
प्रदेश में तीन साल में 21 माओवादी ढेर किए गए हैं। इसमें अधिकांश हार्डकोर माओवादी थे। इस साल 10 फरवरी के बाद ये दूसरा मौका है, जब पुलिस को माओवादियों का बनाया ग्रेनेड लांचर मिला है। फरवरी में सुरक्षाबलों को माहुरदल्ली के जंगल में माओवादी डंप से पहली बार ग्रेनेड लॉचर मिला था। मारे गए माओवादियों पर 14-14 लाख यानी कुल 56 लाख रुपये का इनाम था। सभी पर एमपी में 106 अपराध दर्ज हैं।
अभी भी जारी है सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन
शनिवार को मुठभेड़ और सर्च ऑपरेशन में वर्षा ने खलल डाला था। रविवार को भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा। शाम तक आइजी, एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। सुबह से सुरक्षाबलों माओवादियों की खोजबीन में जुटे रहे। जानकारी के अनुसार शनिवार को मारे गए चारों माओवादी मलाजखंड एरिया कमेटी के सदस्य थे। मुठभेड़ में ढेर रीता उर्फ तुब्बी श्रीरांगु हिडामी पत्नी चंदू उर्फ देवचंद निवासी नवेझरी तह-कोचरी महाराष्ट्र पर प्रदेश में 56 अपराध, रवि निवासी पश्चिम बस्तर छत्तीसगढ़ पर 23 अपराध, तुलसी उर्फ विमला उर्फ ईमला पर 13 अपराध व सुमन पर 10 अपराध के मामले दर्ज हैं।