भाकपा(माले) का धरना छठवें दिन भी जारी, तहसील प्रशासन पर संवेदनहीनता का आरोप

चंदौली : चकिया के धरदे,धनावल और सपही (जंगल) में अंबेडकर पार्क के लिए जमीन आवंटित कर प्रतिमा स्थापित कराने, बैराठ फार्म की जमीन को गरीब भूमिहीनों में बांटने, पट्टा देकर मालिकाना हक दिए जाने, और जिगना के कुशडेहरा मौजा स्थित नवीन परती जमीन को गरीबों में वितरित करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर भाकपा(माले) का अनिश्चितकालीन धरना जारी है.तहसील प्रशासन की संवेदनहीनता के बावजूद आंदोलनकारी प्रचंड गर्मी में गांधी पार्क, चकिया के समक्ष 10 जून से धरने पर बैठे हुए हैं.

 

संवेदनहीनता के आरोप में तहसील प्रशासन का पुतला दहन जिगना, बरांव, बड़ौरा, ताजापुर, और गड़वा समेत कई गांवों में किया गया.आंदोलनकारियों ने घोषणा की है कि 16 जून को चकिया के गांधी पार्क तिराहे पर भी तहसील प्रशासन का पुतला दहन किया जाएगा.

 

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य कमेटी सदस्य और तहसील प्रभारी कामरेड बिजई राम ने कहा कि लोकतांत्रिक आंदोलन के प्रति प्रशासन का उपेक्षापूर्ण रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है.आंदोलनकारियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है, जो प्रशासन की संवेदनहीनता को दर्शाता है.

 

धरने के छठवें दिन रसिया गांव के छविनाथ राम, ज्ञान प्रकाश राम, हरिहर राम, मनोरमा देवी, रीता देवी, रामनिवास, और रामकिसून बनवासी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.

भाकपा(माले) ने साफ किया है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

Advertisements
Advertisement