अहमदाबाद विमान हादसे में गुजारत के पूर्व सीएम विजय रूपाणी की पार्थिव देह को आज अहमदाबाद से राजकोट ले जाया जाएगा, जहां आज शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. विजय रूपाणी एअर इंडिया के बोइंग 787 विमान से अहमदाबाद से लंदन अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे, लेकिन वह विमान हादसे के शिकार हो गया.
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पार्थिव देह को आज अहमदाबाद सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम से राजकोट ले जाया जाएगा, जहां उनके परिवार को सौंपा जाएगा. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
12 जून को अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मौत हो गई थी. साथ ही प्रशासन ने बताया कि अब तक 92 शवों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 47 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूर्व सीएम विजय रूपाणी का परिवार उनके पार्थिव देह को अहमदाबाद से हवाई मार्ग से राजकोट जाएगा, जहां करीब एक घंटे उनके शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसके बाद शाम को करीब पांच बजे उनका राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं, 17 जून को राजकोट और 19-20 जून को गांधीनगर में प्रार्थना सभा होगी. इसके अलावा 20 जून को विजय रूपानी के साथ प्लेन हादसे के सभी मृतकों के लिए बीजेपी प्रदेश कार्यालय पर प्रार्थना सभा होगी.
जानकारी के अनुसार, विजय रूपाणी के अंतिम दर्शन के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी राजकोट आएंगे और उनकी अंतिम यात्रा में भी शामिल होंगे. इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल भी मौजूद रहेंगे.
DNA से हुई पहचान
विजय रूपाणी की देह की पहचान के लिए उनके परिवार ने डीएनए सैंपल दिया था. 15 जून की सुबह 11.10 बजे उनके भतीजे अनिमेष रूपाणी के सैंपल के साथ डीएनए मिलान किया गया, जिससे उनकी पहचान की पुष्टि हुई. पूर्व मुख्यमंत्री के मृतदेह को AI100 नंबर दिया गया है.
अहमदाबाद सिविल में स्थित पोस्टमार्टम रूम पहुंचे गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल और कैबिनेट मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की डीएनए मैच होने की जानकारी दी थी.
विजय रूपाणी एअर इंडिया के बोइंग 787 विमान से अहमदाबाद से लंदन अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे, लेकिन वह विमान हादसे के शिकार हो गया. विमान में उनका सीट नंबर 2D था.
आपको बता दें कि 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का प्लेन उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटना ग्रस्त हो गया और एयरपोर्ट के पास स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से टकरा गया. इस हादसे में अब तक 260 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. इस प्लेन में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, 10 क्रू मेंबर्स और दो पायलट शामिल हैं. विमान में सवार एक यात्री को छोड़कर सभी लोगों की मौत हो गई है.
92 शवों की पहचान
अहमदाबाद प्रशासन ने बताया कि प्लेन क्रैश मामले में अब तक 92 शवों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 47 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
प्रशासन ने बताया कि अभी पोस्टमार्टम के लिए 13 मृतकों के परिजन मौजूद हैं, जिन्हें जल्द ही उनके परिजनों के शव सौंप दिए जाएंगे. 8 रिश्तेदारों को करीब 12 बजे बुलाया गया है. जबकि 12 रिश्तेदार तय करेंगे कि वे अपने परिजनों के शव कब लेंगे. 12 रिश्तेदार जिन्होंने एक से अधिक रिश्तेदारों को खोया है, वे अन्य रिश्तेदारों के डीएनए सैंपल से मिलान के बाद आएंगे.
विजय रूपाणी की प्रोफाइल
उनकी राजनीतिक यात्रा कई दशकों तक फैली हुई है, जिसमें उन्होंने स्थानीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक विभिन्न पदों पर कार्य किया है. विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को रंगून (अब म्यांमार) में हुआ था. उनका परिवार 1960 के दशक में राजकोट चला गया था. उन्होंने धर्मेन्द्र सिंह जी कला महाविद्यालय से बी.ए. और सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की पढ़ाई की. वह 1971 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और जनसंघ से जुड़े थे. 1976 के आपातकाल के दौरान उन्हें भावनगर और भुज की जेलों में 11 महीने तक कैद रखा गया था. 1978 से 1981 तक उन्होंने आरएसएस के प्रचारक के रूप में भी काम किया.
स्थानीय राजनीति में एंट्री
साल 1987 में वे राजकोट नगर निगम में पार्षद चुने गए और जल निपटान समिति के अध्यक्ष बने. 1988 से 1996 तक वह राजकोट नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष रहे. उन्होंने 1996 से 1997 तक राजकोट के मेयर के रूप में भी कार्य किया.
इसके बाद वह साल 1998 में गुजरात भाजपा के राज्य महासचिव बने और चुनाव घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष भी रहे. वह 2006 से 2012 तक राज्यसभा के सदस्य रहे. 2006 में उन्हें गुजरात पर्यटन का अध्यक्ष बनाया गया और 2013 में वे नगर वित्त बोर्ड के अध्यक्ष बने. इसके बाद साल 2014 में वजुभाई वाला के जाने के बाद वे राजकोट (पश्चिम) सीट से उपचुनाव जीतकर विधायक बने और आनंदीबेन पटेल की सरकार में उन्हें परिवहन, श्रम एवं रोजगार तथा जल आपूर्ति मंत्री का दायित्व सौंपा गया. इसके बाद वह फरवरी 2016 में गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष बने.
गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री
वहीं, अपने लंबे राजनीतिक अनुभव के बाद उन्होंने 7 अगस्त 2016 को गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. उन्होंने 11 सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद भूपेंद्र पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री बने. इसके बाद उन्होंने साल 2022 में घोषणा की कि वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.