आज के समय में ज्यादातर बीमारियां व्यक्ति के अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण बढ़ रही हैं. इसलिए अब लोगों ने अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. वह रोजाना एक्सरसाइज करते हैं, वहीं कुछ लोग अपनी डाइट में पॉजिटिव बदलाव करते हैं. इस समय अलग-अलग तरह की डाइट काफी ट्रेंड में रहती है.
कोटी, इंटरमिटेंट फास्टिंग और लो कार्ब डाइट के अलावा भी आजकल कई डाइट ट्रेंड में है, इसमें से एक एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट भी है. कहा जाता है कि इस डाइट से शरीर में हो रही सूजन को कम करने में मदद मिलती है. क्योंकि सूजन भी मोटापे या बीमारी की वजह हो सकती है. ऐसे में क्या एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट शरीर में सूजन कम करती हैं… इसके बारे में जानते हैं एक्सपर्ट से
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट
अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स डॉक्टर अभिषेक मिश्रा ने बताया कि एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट आजकल बहुत लोकप्रिय हो रहा है, खासकर जोड़ों के दर्द, हार्ट डिजीज, डायबिटीज और ऑटोइम्यून रोगों से जूझ रहे लोगों के लिए. इसमें शरीर की सूजन को कम करने वाला खानपान शामिल होता है. इस डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, नट्स, बीज, ओमेगा-3 फैटी एसिड (जैसे मछली या अलसी के बीज) और साबुत अनाज को शामिल किया जाता है. ये सभी चीजें शरीर में मौजूद सूजन पैदा करने वाले तत्वों को कम करती हैं और इम्यून सिस्टम को सही रखने में मदद करती हैं.
इसके चलते शरीर को लंबे समय तक हेल्दी रखने, वजन को बैलेंस रखने और एनर्जी बढ़ाने में यह डाइट मदद कर सकती हैं. लेकिन हर चीज की तरह इसके भी कुछ नुकसान हो सकते हैं, खासकर अगर इसे बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के अपनाया जाए. कई बार लोग जरूरी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन या कैल्शियम की मात्रा कम कर देते हैं, जिससे कमजोरी या थकान हो सकती है. इसके अलावा, कुछ लोगों को अचानक डाइट में बदलाव से गैस, अपच या एलर्जी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
एक्सपर्ट की सलाह है कि अगर कोई व्यक्ति एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट शुरू करना चाह रहा है है, तो पहले किसी न्यूट्रिशन एक्सपर्ट या डॉक्टर से जरूर सलाह लें. साथ ही इस डाइट को फॉलो करते हुए यह न भूलें कि प्रोसेस्ड फूड, चीनी और ट्रांस फैट से दूरी बनाए रखना जरूरी है. भरपूर मात्रा में पानी पीना, नींद पूरी करना और नियमित रूप से हल्की फिजिकल एक्टिविटी करना भी डाइट के साथ बहुत जरूरी होता है. सिर्फ खान-पान ही नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल को सही रखने से ही आप हेल्दी रह सकते हैं.
लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव
प्रोसेस्ड और जंक फूड से बनाएं दूरी
एक्सपर्ट से बताया कि डाइट के साथ ही आपको प्रोसेस्ड और जंक फूड से दूरी बनानी चाहिए. इसलिए ज्यादा मसालेदार, तला हुआ, रिफाइंड शुगर, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, और ट्रांस फैट वाले स्नैक्स शरीर में सूजन को बढ़ा सकते हैं. इसलिए इन सब चीजों को खाने से परहेज करें. खासकर जब आप किसी तरह की डाइट फॉलो कर रहे हैं.
सही मात्रा में पानी पीना
पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है. इसलिए एक व्यक्ति को दिन में 8 से 10 गिलास यानी कि 2 से 3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है. वहीं मौसम और व्यक्ति के काम पर भी यह निर्भर करता है जैसे कि कोई अगर धूप में रहता है और ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करता है, तो उन्हें अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक पानी पीना चाहिए.
खाने का समय और मात्रा
खाना खाने के साथ ही सही समय पर खाना बहुत जरूरी होता है. इसलिए खाना एक निर्धारित समय पर और बैलेंस में खाने की कोशिश करनी चाहिए. ओवरइटिंग करने से बचना चाहिए. क्योंकि ओवरइटिंग के कारण पेट से जुड़ी समस्या जैसे कि ब्लोटिंग और गैस हो सकती है.
फिजिकल एक्टिविटी
एक्सपर्ट का कहना है कि फिजिकल एक्टिविटी रहना भी बहुत जरूरी है. इससे मांसपेशियों को सही रखने और शरीर में एनर्जी के अलावा भी हमारी ओवर ऑल हेल्थ के लिए जरुरी होता है. इसलिए आप अपने मुताबिक नियमित रूप से व्यायाम कर सकते हैं. आप सैर करना या फिर कोई हल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं.
सही नींद
इसके साथ ही रोजाना नींद पूरी करना भी बहुत जरूरी है. आजकल लोग रात में बैठे मोबाइल का उपयोग करते रहते हैं, देर से सोते हैं और सुबह अपने काम पर जाने के लिए जल्दी उठ जाते हैं. लेकिन रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करना बहुत जरूरी होता है. इसलिए जल्दी सोने का प्रयास करें और नींद पूरी करें.