डेली रूटीन में सिर्फ आधा घंटा या फिर 40 मिनट योग को दे दिए जाएं तो आप अपना वेट कंट्रोल में रखने से लेकर मसल्स और हड्डियों के दर्द से भी बचे रह सकते हैं. इसके अलावा शरीर के अंदरूनी अंगों में होने वाली बीमारियों से भी बचाव होता है, साथ ही कुछ योगासन करने से सिर की ओर ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, जिससे तनाव कम करने में मदद मिलती है और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है. इसलिए ही कहा जाता है कि योग आपके तन के साथ ही मन को भी स्वस्थ रखता है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को अपने रूटीन से कुछ टाइम निकालकर योग करना चाहिए. शुरुआत में योग करने के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत होती है. ज्यादातर बिगनर्स कुछ कॉमन गलतियां करते हैं, जिससे सेहत को फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है.
योग प्राचीन समय से ही किया जाता रहा है, लेकिन समय के साथ लोग इससे दूर होते चले गए. योग सिर्फ शारीरिक रूप से किए जाने वाले आसन मात्र नहीं होते हैं, बल्कि इसमें कई तरह की क्रियाएं शामिल होती हैं. फिलहाल हम जान लेते हैं ऐसे कॉमन मिस्टेक के बारे में जो शुरुआती तौर पर ज्यादातर लोग करते हैं.
शरीर पर ज्यादा प्रेशर डालने की गलती
योगासन हमारे शरीर को लचीला बनाते हैं, लेकिन शुरुआत में शरीर की मसल्स फ्लेक्सिबल नहीं होती हैं. इस वजह से धीरे-धीरे योगासन की शुरुआत करनी चाहिए. बहुत सारे लोग शुरुआत में ही कठिन योगा पोज करने लगते हैं. इस वजह से वह बॉडी पर ज्यादा प्रेशर डालते हैं, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है और सूजन-दर्द की समस्या हो सकती है.
वॉर्म अप न करने की गलती
वर्कआउट करने से पहले तो लोग वार्मअप करते हैं, लेकिन योग करने से पहले इसे स्किप कर देते हैं, लेकिन ये गलती नहीं करनी चाहिए. योगासन के दौरान भी शरीर को कई अलग-अलग अवस्थाओं में रखना होता है और अगर आप वार्मअप नहीं करते हैं तो मसल्स की टूट-फूट का डर ज्यादा रहता है.
प्राणायाम की सही टेक्निक न अपनाना
अनुलोम-विलोम सिंपल ब्रीदिंग टैक्नीक पर आधारित प्राणायाम है, लेकिन कुछ प्राणायाम में सांसों की लय को सही रखना काफी कठिन होता है. बहुत सारे लोग ऑनलाइन देखकर इसे करना शुरू कर देते हैं, जिससे फायदे की बजाय नुकसान होने लगता है. अगर आप प्राणायाम करना चाहते हैं तो कुछ दिन तक एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना सही रहता है.