आगरा में 4 साल के मासूम बच्चे के मिसिंग केस को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने 48 घंटे के अंदर न सिर्फ बच्चे के बरामद किया है बल्कि उसे किडनैप करने वाले पति पत्नी को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तर प्रदेश के आगरा में 4 साल के मासूम बच्चे के मिसिंग केस को पुलिस ने सुलझा लिया है. जीआरपी आगरा ने मासूम आर्यन को 48 घंटे से भी कम समय में सकुशल बरामद कर लिया गया और उसके परिजनों को सौंप दिया है. मामले में एक पति पत्नी को गिरफ्तार किया गया है.
घटना 14 जून की है. रात करीब 10 बजे आर्यन की मां ने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी को सूचना दी कि उनका बेटा दोपहर से लापता है. उन्हें किसी अनहोनी की आशंका है. सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और तत्काल स्टेशन परिसर के सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू की गई.
सीसीटीवी फुटेज में सामने आया कि बच्चा अपनी मां से बिछड़कर एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) की तरफ चला गया था, जहां एक संदिग्ध व्यक्ति उसे उंगली पकड़कर ग्वालियर की ओर जाने वाली लोकल ट्रेन में बैठाता हुआ दिखाई दिया. इस सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक रेलवे के निर्देश पर जीआरपी ने तत्काल मामला दर्ज किया और 14 टीमों का गठन कर दिया गया. टीमों ने 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले और हर स्टेशन पर निगरानी शुरू की.
जांच में सामने आया कि मध्यप्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले आरोपी का नाम कोमल सिंह है, जो मजदूरी का काम करता है और अक्सर आगरा-ग्वालियर के बीच ट्रेन से सफर करता है. पुलिस ने ग्वालियर से कोमल और उसकी पत्नी रानी को गिरफ्तार कर लिया. जीआरपी की पूछताछ में कोमल ने स्वीकार किया कि उसके तीन बेटियां हैं और बेटा नहीं होने की पीड़ा में उसने बच्चे को अगवा किया था.
आरोपी ने बच्चे की पहचान छिपाने के लिए उसके कपड़े बदल दिए थे और बाल भी कटवा दिए थे. हालांकि, जीआरपी आगरा द्वारा मासूम आर्यन को 48 घंटे से भी कम समय में सकुशल बरामद कर लिया गया और उसके परिजनों को सौंप दिया गया.
एसपी रेलवे अभिषेक वर्मा ने बताया- ‘बच्चे के लापता होने की सूचना मिलते ही हमने तुरंत 14 टीम गठित कीं और सीसीटीवी तकनीकी निगरानी से बच्चे का लोकेशन ट्रेस किया. आरोपी की पहचान कर उसे उसकी पत्नी सहित गिरफ्तार कर लिया गया. यह पूरी बरामदगी हमारी टीम की मेहनत और समर्पण का नतीजा है.’