इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है. इसी बीच भारतीय दूतावास ने ईरान में रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एंबेसी ने भारतीयों को सलाह दी है कि जो भी खुद से तेहरान को खाली कर सकते हैं, वो खाली कर दें और सुरक्षित लोकेशन पर चले जाएं.
इजराइल और ईरान के बीच छिड़े युद्ध के चलते ईरान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसी के चलते भारतीय एंबेसी ने मंगलवार को अपने नागरिकों से अपील की है. ईरान में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को तेहरान में सभी भारतीय नागरिकों और सार्वजनिक सूचना अधिकारियों (पीआईओ) को सलाह दी है कि जो लोग खुद से शहर के बाहर सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं वो निकल जाए.
एंबेसी ने तेहरान में उन भारतीयों को भी निर्देश दिया है जो उनसे संपर्क नहीं कर पाए हैं, एंबेसी ने कहा, जो भारतीय अभी तक हम से संपर्क नहीं कर पाए हैं वो तुरंत संपर्क करें. भारतीय विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में 10 हजार 765 भारतीय नागरिक रहते हैं.
छात्रों को बाहर निकाला गया
एंबेसी ने कहा, तेहरान में भारतीय छात्रों को दूतावास की तरफ से सुरक्षा के चलते शहर से बाहर निकाला गया है. साथ ही बाकी भारतीय नागरिक जो परिवहन के मामले में आत्मनिर्भर हैं, उन्हें भी हालातों को देखते हुए शहर से बाहर जाने की सलाह दी गई है. साथ ही, कुछ भारतीयों को आर्मेनिया की सीमा के जरिए से ईरान छोड़ने की सुविधा दी गई है. दूतावास हर संभव सहायता देने के लिए लोगों से लगातार संपर्क में है. हालात को देखते हुए आगे के लिए सलाह जारी की जा सकती है.
एंबेसी ने हेल्पलाइन नंबर किया जारी
एंबेसी ने पोस्ट में लिखा, सभी भारतीय नागरिक जो तेहरान में हैं और दूतावास के संपर्क में नहीं हैं, उनसे अनुरोध है कि वो तुरंत तेहरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपनी लोकेशन और संपर्क नंबर दें. इसी के साथ दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी शेयर किए. +989010144557; +989128109115; +989128109109
इसके अलावा, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि इजराइल और ईरान दोनों में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने दी चेतावनी
एंबेसी ने लोगों को तेहरान को खाली करने की सलाह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद दी है. ट्रंप ने ईरान की राजधानी तेहरान को तुरंत खाली करने की चेतावनी जारी की है. इसी के बाद भारतीय दूतावास ने भी लोगों को तेहरान से सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा है.
इस बीच, इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोनों देशों के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर कहा, अयातुल्ला खामेनेई की हत्या से युद्ध नहीं बढ़ेगा बल्कि समाप्त हो जाएगा.
ईरान-इजराइल के बीच बढ़ा तनाव
ईरान और इजराइल के बीच यह युद्ध शुक्रवार को शुरू हुआ. इजराइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमला किया था. इजराइल ने ईरान पर ड्रोन और मिसाइल बरसाई. दरअसल, ईरान तेजी से परमाणु शक्ति बनने की जद्दोजहद कर रहा है और इजराइल का कहना है कि वो ईरान को परमाणु ताकत नहीं बनने देगा.
इजराइल के अटैक के बाद ईरान ने भी उस पर अटैक किया. इसी के बाद दोनों देशों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. मंगलवार को दोनों के बीच शुरू हुआ विवाद पांचवें दिन में पहुंच गया है. लेकिन तनाव कम होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. सोमवार की रात, इजराइल ने तेहरान पर कई हवाई हमले किए, जबकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजराइल की राजधानी तेल अवीव और उत्तरी शहर हाइफा पर बमबारी की. अब तक, इजराइली हमलों में 224 ईरानी मौतें और 1,481 घायल हुए हैं. दूसरी ओर, ईरान के जवाबी हमलों में 24 इजराइलियों की जान चली गई और 600 से अधिक घायल हो गए हैं.