IIT Bombay student ID card misused: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के एक छात्र ने कहा कि उसके कॉलेज आईडी कार्ड की तस्वीर, जिसे उसने लगभग आठ महीने पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, का इस्तेमाल कई संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) उम्मीदवारों को ठगने के लिए किया गया. लिंक्डइन पर अब वायरल हो रहे एक पोस्ट में अभिषेक गिल ने बताया कि कैसे किसी ने एक पुराने सोशल मीडिया पोस्ट से उनकी आईडी फोटो ली और उसका इस्तेमाल करके उनके नाम से युवा जेईई उम्मीदवारों को ठगा.
IIT स्टूडेंट का पोस्ट वायरल
गिल ने लिखा, “आठ महीने पहले, मैंने अपना आईआईटी बॉम्बे आईडी कार्ड प्राप्त करने के बाद गर्व से एक पोस्ट शेयर की थी, यह गर्व और प्रेरणा का क्षण था जिसे मैं दूसरों तक पहुंचाना चाहता था, उनके अनुसार, वह पोस्ट काफी ज्यादा वायरल हो गया और यहां तक कि गूगल सर्च रिजल्ट में भी दिखाई देने लगा. उन्होंने कहा, “किसी ने मेरी यह तस्वीर गूगल से ली और मेरी नकल की और इसका इस्तेमाल जेईई स्टूडेंट्स को ठगने और परेशान करने के लिए किया.
न्यूड तस्वीरों के बदले पेपर लीक का वादा
गिल के अनुसार, फर्जीवाड़ा करने वाले ने खुद को “आईआईटी बॉम्बे सीएसई से अभिषेक कुमार” बताया, सबूत के तौर पर पहचान पत्र दिखाया और दावा किया कि वह न्यूड तस्वीरों के बदले में जेईई के पेपर लीक कर सकता है. गिल ने कहा, “एक बहादुर लड़की ने मेरी असली प्रोफ़ाइल देखने के बाद मुझसे संपर्क किया. उसने उसे ब्लॉक कर दिया, लेकिन वह दूसरे अकाउंट से उसे मैसेज भेजता रहा. तभी स्थिति की गंभीरता का एहसास हुआ. उन्होंने अब वह पोस्ट हटा ली है जिसमें आईडी का इस्तेमाल किया गया था. उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि प्रेरणा देने वाली किसी चीज़ का इस तरह दुरुपयोग किया जा सकता है.
अपने संदेश में गिल ने दूसरों से आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत दस्तावेज़ या पहचान पत्र ऑनलाइन साझा करने से पहले दो बार सोचें. उन्होंने चेतावनी दी, “इंटरनेट भूलता नहीं है, लेकिन गलत लोग हमेशा इसका दुरुपयोग करने के तरीके ढूंढ लेते हैं.” अभिषेक गिल के अनुभव ने कई उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन पोस्ट करने के तरीके पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है, क्योंकि प्रेरणा जोखिम के साथ नहीं आनी चाहिए.