सहारनपुर से आए कुछ मुस्लिम नेताओं ने अखिलेश यादव से कहा कि इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी के खिलाफ बयान देने से माहौल खराब होता है, कांग्रेस नेतृत्व से बात कर उनकी बयानबाज़ी पर रोक लगाई जानी चाहिए. कई नेताओं ने कहा इमरान जिस तरह के बयान देते हैं उनका किस तरह जवाब दिया जाए.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार फ्रंटल संगठनों की बैठक ले रहे हैं. ऐसे में इस बार बारी थी समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के साथ बैठक की, जिसमें पार्टी के तमाम बड़े मुस्लिम चेहरे शामिल हुए. बैठक में तमाम मुद्दे उठाए गए और उन मुद्दों में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के सपा की मुस्लिम लीडरशिप को लेकर लगातार आ रहे कथित विवादित बयानों की भी चर्चा हुई.
अल्पसंख्यक सभा की लखनऊ में हुई बैठक में सहारनपुर के नेताओं ने कांग्रेस सांसद इमरान मसूद को लेकर अखिलेश के सामने बात उठाई. इसे लेकर अखिलेश यादव ने उनकी शंका को दूर करने की भी प्रयास किया.
सहारनपुर से आए कुछ मुस्लिम नेताओं ने कहा कि इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी के खिलाफ बयान देने से माहौल खराब होता है, कांग्रेस नेतृत्व से बात कर उनकी बयानबाज़ी पर रोक लगाई जानी चाहिए. कई नेताओं ने कहा इमरान जिस तरह के बयान देते हैं उनका किस तरह जवाब दिया जाए.
सूत्रों के मुताबिक, इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि आप लोग अपना काम करें और सपा को मज़बूत करें. उन्होंने कहा हमारा कांग्रेस से गठबंधन है और हमें मिल कर चुनाव लड़ना है. ये कोई बड़ा मामला नहीं है. आप सब गठबंधन को जिताने में जुटिए. विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सत्ता से हटाना है.
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद इन दिनों लगातार समाजवादी पार्टी पर हमलावर रहे हैं. वे कहते रहे हैं कि यूपी में कांग्रेस को किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है. सहारनपुर से कांग्रेस के सांसद ने कहा था कि समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेतृत्व को खत्म किया जा रहा है. इमरान मसूद ने ये भी कहा कि विधानसभा चुनाव में 80-17 वाला फॉर्मूला नहीं चलेगा. लोकसभा की 80 में से कांग्रेस को पिछली बार गठबंधन में सिर्फ 17 सीटें मिली थीं. मसूद का दावा है कि कांग्रेस 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
इसके अलावा अखिलेश यादव ने बैठक में कहा है कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का बनाया संविधान आज खतरे में है. भाजपा नफरत फैलाती है और समाजवादी सरकार के विकास कार्यों के विरुद्ध साजिश करती है. लोकतंत्र और संविधान को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. अल्पसंख्यकों की जिंदगी, रोजगार और उनकी अस्मिता पर भाजपा सरकार की निगाहें टेढ़ी हैं. समाजवादी सावधान रहें, कोई धोखा न हो.
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय लखनऊ में डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय एवं प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार को हटाने के लिए अभी से गांव-गांव, शहर-शहर हर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत बनाना है.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में हुए विकास कार्यों को भाजपा ने बर्बाद कर दिया है. भाजपा का एजेंडा विकास नहीं विनाश है. समाजवादी पार्टी की रणनीति के सामने अब भाजपा टिक नहीं सकती है. भाजपा, समाजवादी सरकार के समय हुए विकास कार्यो का मुकाबला नहीं कर सकती है. समाजवादी सरकार में ही लोगों को इंसाफ और सम्मान मिला है. भाजपा सबको धोखा दे रही है. होशियारी और साजिश करने में माहिर भाजपा निर्दोषों लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाकर परेशान कर रही है.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा सरकार में न्याय नहीं मिल रहा है. भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है. भाजपा का रिकॉर्ड भ्रष्ट सरकार का है. महंगाई, आसमान छू रही है. सोना महंगा होता जा रहा है. ऐसा क्यों है? भाजपाई जमीनों पर कब्जा कर रहे है. उन्होंने कहा कि छात्र, नौजवान, बेरोजगार सभी परेशान है. भाजपा का सामाजिक और राजनीतिक आचरण तानाशाही पूर्ण हैं. वह मनमानी करने पर तुली हुई है. भाजपा चुनाव में धांधली करके जीतती है, फर्जी मतदान कराती है.
अखिलेश ने कहा कि सभी नेता, कार्यकर्ता और आमजन अपने-अपने बूथ पर वोट की जांच कर ले, कहीं किसी का वोट कटा तो नहीं है. कहीं कोई फर्जी वोट तो नहीं है. दिन-रात लगकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए जनमत तैयार करने का काम करें. इस बार कोई भी अधिकारी कर्मचारी गलत करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी. इस बार कोई बचेगा नहीं.
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की लड़ाई बड़ी है. उत्तर प्रदेश ही देश की राजनीति की दिशा और दशा तय करता है. 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए हम सभी दृढ़ संकल्पित है. समाजवादी सरकार बनने पर सभी का सम्मान होगा.
वहीं, सपा प्रवक्ता अमीक जमाई ने कहा कि अखिलेश यादव ने यह साफ किया कि जो अन्याय मुस्लिमों पर हो रहा है, चाहे एनकाउंटर का मामला हो या गैंगस्टर का मामला हो सपा सरकार बनाने से ही इसका हल होगा. जो अन्याय आजम खान के साथ या इरफ़ान सोलंकी जाहिद बेग रमाकांत यादव के साथ हो रहा है दो ही तरीके से खत्म हो सकते हैं- या अदालत के जरिए या सपा सरकार के जरिए. हमें मिलकर लड़ना है. हर विधानसभा पर 10 हजार वोट बढ़ाना है. जो भी अन्याय हुए हैं वो सभी सपा सरकार आने पर हम खत्म करेंगे. सरकार समाज में नफरत फैलाना चाहती है, मदरसों पर कारवाई से. जनता पर ग्रिप बीजेपी लूज कर रही है. मुस्लिमों की लीडरशिप को संबोधित किया और कहा कांग्रेस के साथ मिलकर हमें काम करना है.
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक में संकल्प लिया गया-सामाजिक न्याय के राज की स्थापना, संविधान और आरक्षण की रक्षा, जातीय जनगणना करवाकर जनसंख्या के अनुपात में सबको उनका हक़ दिलवाना, हर एक पीड़ित, उत्पीड़ित, शोषित, वंचित, दमित, गरीब, किसान, मजदूर, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, असुरक्षित महिला व उपेक्षित युवा के रूप में पीड़ा के एकसूत्र में बंधे हुए संपूर्ण पीडीए समाज को समान अवसर और सम्मान दिलवाना, पीडीए समाज के बीच संपर्क, संवाद, सहायता के ज़रिये और अधिक सौहार्दपूर्ण संबंध विकसित करके, स्वाभिमान और स्वमान की नयी सामाजिक चेतना लाना सहित सामाजिक न्याय के राज के संदेश दूत बनकर अपने-अपने गांव-गली, मोहल्लों के हर घर तक जाएंगे और लोगों को जोड़कर समझाएंगे, हम सब मिलकर सामाजिक न्याय का राज लाएंगे और अपना भविष्य खुद बनाएंगे.
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना इकबाल कादिरी, प्रांतीय अध्यक्ष शकील नदवी, राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, सपा राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जमाई सहित बड़ी संख्या में सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री और अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे.