उत्तर प्रदेश के आगरा के गांव मठ भवनई में छत पर सोते समय एक महिला और उसके दो बच्चों को सांप ने काट लिया. सांप के काटने से दोनों बच्चों की मौत हो गई. जबकि महिला का उपचार चल रहा है. बच्चों को सांप द्वारा काटे जाने की भनक नहीं लगने और समय पर उपचार नहीं मिलने के चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका.
जानकारी के मुताबिक इलाके के गांव मठ भवनई में बीती रात को विमलेश पत्नी मान पाल गोस्वामी मकान की छत पर अपने दो बेटों 8 साल के रामू और 10 साल के कान्हा के साथ सो रही थी. मंगलवार की सुबह महिला और दोनों बच्चों को जहरीले सांप ने काट लिया. महिला को सांप के काटे जाने का आभास होने पर उसने परिजनों को जानकारी दी तो परिजन महिला को आस-पास के गांवों में झाड़ फूंक करने वाले नीम हकीमों के पास ले गए. जब बात नहीं बनी तो परिजनों ने रूपवास में किसी अस्पताल में महिला को उपचार के लिए भर्ती करा दिया.
इधर महिला का इलाज शुरू हो चुका था लेकिन घर पर बच्चे देर तक नहीं जागे तो परिजनों के होश उड़ गए. परिजनों ने छत पर पहुंचकर बच्चों को जगाने की कोशिश की, लेकिन वह नींद से नहीं जागे. बच्चों को लेकर परिजन झाड़- फूंक और तंत्र-मंत्र करने वालों के पास ले गए, लेकिन वह होश में नहीं आये. परिजन राजकुमार गोस्वामी ने बताया कि इसके बाद हम बच्चों को इलाज के लिए ग्वालियर ले गए थे. वहां भी बच्चों को होश नहीं आया और डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इससे हताश परिजन दोनों बच्चों के शव लेकर घर लौट रहे हैं. राजकुमार ने बताया कि धौलपुर के पास चपरौली और नया गांव में सांप काटे जाने का देसी इलाज बताया जाता है,ऐसे में दोनों बच्चों को घर ले जाने के बजाय नीम हाकिमों के पास ले गए.ग्रामीणों ने गांव में सपेरो की मदद से सांप को पकड़ लिया है. ग्रामीणों ने बताया कि सांप काफी जहरीला है. ग्रामीणों ने बताया कि सांप के काटते ही महिला की नींद नहीं खुलती तो उसकी भी मौत हो सकती थी.बच्चों के मामले में किसी को उनके काटने की भनक नहीं लगी. बच्चे रोजाना देर तक सोते थे, इसलिए किसी को शक नहीं हुआ. सांप को लेकर जानकारों ने बताया कि कॉमन क्रेट भारत में बिग फोर सांपों में से एक है,जो सांप के काटने से होने वाली मौतों की एक बड़ी संख्या के लिए जिम्मेदार है. यह काफी जहरीला सांप है जिसमें एक शक्तिशाली न्यूरोटोक्सीन होता है.