Madhya Pradesh: श्योपुर जिले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष अतुल चौहान ने हाल ही में सरकार की तबादला नीति (Transfer Policy)पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह नीति पूरी तरह से तबादला उद्योग,जमीनों पर कब्जे और आर्थिक लाभ पर संचालित हो रही है. जो लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन है.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष अतुल चौहान ने आरोप लगाया कि तबादला नीति आर्थिक लेनदेन है. यह नीति पारदर्शिता और निष्पक्षता से कोसों दूर है. इसका उद्देश्य जनहित नहीं बल्कि सत्तापक्ष के हित साधना और अपने चहेतों को लाभ पहुंचना है.
आखिर क्या है मामला कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने क्यों लगाए गंभीर आरोप
दरअसल बीते 16 जून 2025 को कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख जिला श्योपुर द्वारा एक आदेश जारी किया गया था जिसमें पटवारी श्रीमती मनीषा जाटव तहसील विजयपुर से श्योपुर तहसील, श्रीमती रचना सोलंकी तहसील विजयपुर से तहसील श्योपुर, गजानंद समाधिया तहसील श्योपुर से तहसील विजयपुर, वीर सिंह पिप्पल तहसील श्योपुर से तहसील वीरपुर, श्रवण सिंह सिकरवार तहसील श्योपुर से वीरपुर, हरिशंकर सनेरिया तहसील श्योपुर से तहसील विजयपुर, शिवचरण खरे तहसील श्योपुर से वीरपुर, दीवान सिंह बाजोरिया तहसील श्योपुर से कराहल, विनोद कुमार शर्मा तहसील श्योपुर से तहसील विजयपुर, इसके अलावा प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला के अनुमोदन पश्चात पटवारी बुद्धि प्रकाश जाटव तहसील कराहल से तहसील विजयपुर, सुमित देशलहरा तहसील कराहल से तहसील विजयपुर, बनवारी साहब के तहसील बड़ौदा से तहसील विजयपुर, राम लखन साहब के तहसील श्योपुर से तहसील कराहल, सियाराम जाटव एसडीएम कार्यालय से कलारना, हुकम चंद बिसारिया तहसील कराहल से तहसील बड़ौदा, संतोष धाकड़ तहसील वीरपुर से तहसील श्योपुर, रामबरन सिंह यादव तहसील विजयपुर से तहसील श्योपुर, बृजमोहन आदिवासी तहसील वीरपुर से तहसील कराहल, दीपक रावत तहसील वीरपुर से तहसील बड़ौदा, प्रभाकर शुक्ला तहसील कराहल से तहसील बड़ौदा, और हेमंत मित्तल तहसील विजयपुर से तहसील बड़ौदा अनुभाग क्षेत्र में स्थानांतरित किए गए. उसके बाद 17 जून को कलेक्ट्रेट कार्यालय भू अभिलेख से एक और आदेश जारी हो गया जिसमें बुद्धि प्रकाश जाटव तहसील कराहल स्थानांतरण निरस्त करते हुए तहसील कराहल में यथावत किया गया, सुमित देशलहरा तहसील कराहल का तहसील विजयपुर में किया गया स्थानांतरण निरस्त करते हुए तहसील कराहल मैं यथावत किया गया, गजानंद समाधिया तहसील श्योपुर का तहसील विजयपुर में किया गया. स्थानांतरण निरस्त करते हुए तहसील बड़ौदा में किया गया, दीपेंद्र सिंह जादौन तहसील श्योपुर का तहसील कराहल और रामजीलाल सागर तहसील वीरपुर से तहसील श्योपुर किया गया।जिला प्रशासन द्वारा किया गया स्थानांतरण और तबादला निरस्त होने के मामले में अब तूल पकड़ लिया है और कांग्रेस को मौका मिला और उन्होंने इस तबादला नीति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.
कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अतुल चौहान ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में जो सरकार तबादला कर रही है.श्योपुर जिले में जो तबादले लगातार भाजपा के सभी नेता लगातार भोपाल में 20 से 25 दिन हो गए डेरा डाल रखा है.कभी आ रहे थे जा रहे थे उनका मूल उद्देश्य श्योपुर जिले का विकास नहीं तबादला उद्योग था और लगातार आपने देखा होगा कल एक सूची जारी हुई.श्योपुर जिले के जमे हुए पटवारी अपनी अपनी जगह पर थे भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में काम करते थे यह सूची जिला प्रशासन जारी की और उसके बाद उसको वापस ले लिया जहां जो पटवारी इतने दिनों से कम कर रहे थे उनको उनकी जगह पर पुनः पहुंचा दिया निश्चित रूप से चाहे, कराहल, विजयपुर, वीरपुर, श्योपुर और बड़ौदा सभी क्षेत्रों की सूची जारी होने के बाद जिस तरह पटवारी को वापस भेजा गया इससे कहीं ना कहीं जिला प्रशासन कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. जो लिस्ट जारी हुई उसके बाद उसको वापस ले लिया भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के दबाव में एक तरफ यह भी दिखाई दे रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के जो नेता जमीन पर जो कब्जा इतने सालों से कर रहे थे उनकी पोल ना खुल जाए और जो जमीन उन्हें बनानी होगी देश कीमती सरकारी जमीनों पर कब्जा सहित फर्जी बाड़े रहते है. पटवारी और राजस्व निरीक्षकों के तबादले वापस निरस्त कर लिए कांग्रेस पार्टी इसकी घोर आलोचना करती है जिला प्रशासन को इसमें तत्काल जहां जिसके तबादले हुए वहां उन्हें करने की मांग करते हैं.