प्यार से नाराज़ दादा ने पोती को मारी गोली: मुरैना में कट्टा सटाकर दागीं 3 गोलियां, कहा– ‘नाक कटवा चुकी थी’

मुरैना में मंगलवार को हुई मलिश्का (19) की हत्या का आरोप उसके दादा पर ही है। दादा दूसरी समाज के लड़के से प्यार करने से नाराज था। उसने पोती के सिर से कट्टा सटाकर तीन गोली मारीं। इसके बाद पुलिस को झूठी कहानी बनाई। शक होने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो हॉरर किलिंग का मामला सामने आया। दादा ने गांव के ही एक व्यक्ति के साथ वारदात को अंजाम दिया था।

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घटना जौरा के बदरपुरा में सोमवार रात की है। सिरनाम सिंह पुलिस के पास पहुंचा और बताया कि पोती मलिश्का अपने माता-पिता के साथ बाइक पर बालेरा गांव में रहने वाले मामा के घर से लौट रही थी। रास्ते में 4 लोगों ने रोक लिया।

मलिश्का ने रास्ता रोकने वालों के लिए कहा- मैंने इसे पहचान लिया है। उसके ये कहते ही एक हमलावर ने देसी कट्टे से उस पर फायर कर दिया। मलिश्का के सिर के पीछे और दोनों कानों के पास तीन गोलियां लगीं। इसके बाद आरोपी फरार गए। सिरनाम ने ये भी कहा कि जिस व्यक्ति से‎ जमीन का विवाद चल रहा है, उसी ने बदला लेने के लिए पोती को मारा है।

दूसरे समाज के लड़के से प्यार करने लग थी जानकारी के अनुसार, मलिश्का अपने चाचा के साले सूरज कडेरा के साथ रिश्ते में थी। परिवार को इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी, क्योंकि दोनों एक ही समाज के थे और रिश्तेदारी भी थी। फिर मलिश्का का गांव के ही नरेश त्यागी के बेटे सौरभ से अफेयर हो गया। जब परिवार को इसका पता चला तो उन्होंने बेटी को समझाया। मलिश्का नहीं मानी तो माता-पिता ने उसके इस रिश्ते को भी स्वीकार कर लिया, लेकिन दादा सिरनाम सिंह को समाज और गांव में बदनामी सहन नहीं हुई, क्योंकि मलिश्का का पहले एक रिश्ता टूट चुका था और सौरभ दूसरे समाज का भी है।

सिरनाम सिंह ने पोती की हत्या करने का मन बना लिया। उसने नरेश त्यागी से कहा कि मलिश्का पहले ही रिश्तेदारी में हमारी नाक कटवा चुकी है। अब तुम्हारे बेटे के साथ रहकर तुम्हें भी बदनाम करेगी। इसके बाद दोनों ने मलिश्का की हत्या की प्लानिंग की।

सिरनाम सोमवार रात करीब 9.30 बजे मलिश्का को गांव के बाहर मुख्य रोड पर बने यात्री प्रतीक्षालय के पास ले गया। सिरनाम ने उसके सिर और गले के बिल्कुल पास से तीन गोलियां मारीं। इसके बाद भागकर घर आ गया। गांव के ही एक व्यक्ति ने उसे भागकर घर आते देख लिया था, जिसने पुलिस को इसकी जानकारी दी।

गांव के ही परिवार पर लगाया हत्या का आरोप हत्या के बाद सिरनाम पुलिस को गुमराह करता रहा। उसने पुलिस को बताया कि उसके परिवार का गांव के ही भीकम से जमीन विवाद चल रहा है। 8 साल पहले उसने भीकम से 6 बीघा खेत 6 लाख रुपए में खरीदा था। उसकी रजिस्ट्री आज तक नहीं की है। इस विवाद में भीकम के बेटे ने बदला लेने के लिए पोती की हत्या कर दी।

मलिश्का का पिता पुलिस के सामने टूट गया मलिश्का के पिता लाखन सिंह को पता था कि बेटी को दादा ने ही मारा है। वह बागचीनी थाने में बैठकर रिपोर्ट लिखवा रहा था, लेकिन घबराहट में बार-बार बयान बदल रहा था। उसकी घबराहट से पुलिस को शक हुआ। टीआई अरुण कुशवाह और थाना प्रभारी डिंपल मौर्य उसे थाने केदूसरे कमरे में ले गए। उन्होंने जब सख्ती से पूछताछ की तो लाखन सिंह टूट गया और पूरी बात बता दी।

इस दौरान मलिश्का की मां सुआबाई थाने के बाहर लेटी थी। थाना प्रभारी डिंपल मौर्य ने उसे भी अकेले में ले जाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने ससुर को दोषी बताया। पुलिस आरोपी सिरनाम सिंह को लेने के लिए मुरैना पीएम हाउस पहुंची। उसके थाने ले जाकर पूछताछ की। इस पर उसने पोती की हत्या करना कबूल कर लिया।

घटनास्थल पर मिली आरोपी की लोकेशन पुलिस की साइबर टीम ने जब सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) खंगाली तो हत्या के समय सिरनाम सिंह और नरेश त्यागी की लोकेशन घटनास्थल पर ही मिली। लोकेशन ट्रेस होते ही एसडीओपी जौरा नितिन बघेल, एसडीओपी अंबाह रवि प्रकाश भदौरिया, टीआई जौरा उदयभान सिंह यादव, टीआई बागचीनी डिंपल मौर्य सहित पुलिस बदरपुरा गांव में नरेश त्यागी के घर पहुंची।

नरेश त्यागी नहीं मिला तो पुलिस उसकी पत्नी कलावती को पूछताछ के लिए उठा लाई। इसके बाद त्यागी समाज के लोग करीब 100 लोग जौरा क्षेत्र के स्थानीय भाजपा नेता हरेंद्र त्यागी के साथ बागचीनी थाने पहुंचे। वे कलावती को छोड़ने की मांग करने लगे।

नरेश को लाने की जिद पर अड़ी पुलिस एसडीओपी रवि प्रकाश भदौरिया और एसडीओपी नितिन एसआर बघेल इस बात पर अड़े थे कि जब तक नरेश त्यागी थाने में नहीं आएगा, वह कलावती को नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद गांव के सभी लोगों ने नरेश त्यागी को फोन किया तो पहले वह आने को तैयार नहीं था। रात 9 बजे नरेश त्यागी जब थाने पहुंचा तो कलावती को छोड़ा गया।

दोनों घरों की इज्जत बचाने बनाया प्लान जानकारी के अनुसार, सिरनाम को पहले से ही पोती का रहन-सहन पसंद नहीं था। वहीं, जब चाचा को पता चला कि मलिश्का का अफेयर उनके साले से है तो वे भी नाराज हुए, लेकिन परिवार का मामला समझकर कुछ नहीं कहा। सूरज काम के सिलसिले में गुजरात चला गया। मलिश्का से उसकी बातचीत भी बंद हो गई। कुछ दिन बाद वह गांव के ही सौरभ त्यागी को पसंद करने लगी। ये बात पूरे गांव में फैली तो दादा से बदनामी सहन नहीं हुई।

लोगों ने दी हत्या की सूचना हत्या के बाद बदरपुरा गांव के चौकीदार नारायण कडेरा के छोटे भाई हकीम कडेरा को स्थानीय लोगों से सूचना मिली। वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि युवती का शव पड़ा था। उसने तुरंत अपने बड़े भाई और गांव के चौकीदार नारायण कडेरा को सूचना दी। उसके बाद नारायण ने बागचीनी थाने में फोन करके सूचना दी। थाने से पुलिस बल मौके पर पहुंचा और पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू की।

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