बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला की उसके पति और ससुराल वालों ने बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए महिला के शव को बोरी में बंद कर गंगा नदी में फेंक दिया।हत्या के बाद पति ने महिला के मायके वालों को फोन कर झूठी कहानी गढ़ी कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। जब परिजन उसकी ससुराल पहुंचे, तब तक सभी आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। पुलिस को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, जांच शुरू की गई और मामले में आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया है और शव की बरामदगी भी कर ली गई है.
ये मामला नवगछिया के बिहपुर थाना क्षेत्र के बभनगामा का है. आरोपी पति से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि घरेलू विवाद को लेकर दोनों के बीच मारपीट हुई थी. इसी मारपीट में पत्नी की मौत हो गई. इसके साथ ही उसने ये भी बताया कि हत्या की वारदात को छुपाने के लिए उसने पत्नी के शव को बोरी में बंद कर गंगा नदी में फेंक दिया था. पुलिस टीम ने गोताखोरों की मदद से गंगा नदी से महिला के शव को निकलवाया और उसका पोस्टमार्टम कराया.
ससुराल वालों और मृतका में मारपीट
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पति गौतम यादव, मृतका की सास जानकी देवी और ससुर वासुदेव यादव के रूप में हुई है. इस मामले का खुलासा नवगछिया की एसपी प्रेरणा कुमार ने किया. एसपी ने बताया कि घरेलू विवाद में ससुराल वालों और मृतका के बीच मारपीट हुई थी. इस दौरान महिला की मौत हो गई थी. सबूतों को छुपाने के लिए पति और ससुराल वालों ने शव को गंगा के नदी में फेंक दिया था और आरोपी घर से फरार हो गए थे.
शव को बरामद कर लिया गया
पुलिस को जानकारी मिली तो एसडीपीओ ओमप्रकाश के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. टीम ने आरोपी पति को बभनगामा से गिरफ्तार किया. आरोपी पति की निशानदेही पर शव को बरामद कर लिया गया है. घटना में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. एसपी प्रेरणा कुमार ने कहा कि 16 जून को महिला के पिता ने एक आवेदन दिया था कि बेटी की उसके पति और ससुराल वालों ने हत्या कर दी है और शव को गायब कर दिया है.
सास-ससुर और पति गिरफ्तार
इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए बिहपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज की गई. मामले की जांच शुरू की गई और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया. एसडीपीओ और सर्किल इंस्पेक्टर के साथ अन्य पदाधिकारी भी इस केस में शामिल थे. मानवीय और तकनीकी जानकारी हासिल करते हुए घटना के कुछ घंटों में ही वासुदेव यादव और जानकी देवी गिरफ्तार कर लिया गया और मृतिका के पति गौतम यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
पति ने आत्महत्या की रची कहानी
घटना के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी पति ने पत्नी के आत्महत्या करने की झूठी अफवाह फैलाई. आरोपी गौतम यादव ने खगड़िया के महेशखूंट निवासी मृतका काजल के परिजनों से कहा कि काजल ने आत्महत्या कर ली है. फिर परिजन आनन फानन में बभनगामा पहुंचे थे. लेकिन तब तक ससुराल वाले मौके से फरार हो गए. ऐसे में काजल के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करवाया. परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर पुलिस ने दहेज के लिए हत्या के तहत केस दर्ज किया था.