जसवंतनगर: एनएच-19 के किनारे सीएनजी पाइपलाइन बिछाने की तैयारी, वन और राजस्व विभाग से मिली हरी झंडी

जसवंतनगर/इटावा: राष्ट्रीय राजमार्ग-19 (एनएच-19) के किनारे बहुप्रतीक्षित सीएनजी पाइपलाइन परियोजना अब जल्द ही ज़मीन पर उतरने वाली है. इस परियोजना को वन विभाग और राजस्व विभाग से सभी आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है, जिससे क्षेत्र में स्वच्छ और किफायती ऊर्जा की आपूर्ति को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह जानकारी जसवंतनगर तहसील सभागार में आयोजित एक अहम बैठक के दौरान सामने आई, जिसकी अध्यक्षता तहसीलदार दिलीप कुमार ने की.

लखनऊ स्थित टोरंट गैस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित यह पाइपलाइन एनएच-19 की बाईं ओर (दक्षिण दिशा में) बिछाई जाएगी, जो बलैयापुर, आराजी सराय भूपत और खेड़ा धौलपुर जैसी तीन प्रमुख ग्राम पंचायतों से होकर गुजरेगी. इससे इन गांवों और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति सुलभ हो सकेगी. इस परियोजना का ऑनलाइन प्रस्ताव पहले ही पारित हो चुका था और अब मैदानी स्तर पर काम शुरू करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं.

तहसीलदार दिलीप कुमार ने बताया कि परियोजना का मार्ग संरक्षित वन भूमि के एक हिस्से से होकर गुजरता है, लेकिन इससे अनुसूचित जनजातियों या परंपरागत वन निवासियों के अधिकारों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सभी वैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए भूमि अधिग्रहण भी पूरा कर लिया गया है, जिससे कार्य शीघ्र आरंभ हो सकेगा. यह परियोजना न केवल क्षेत्र में पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोत को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय विकास और रोजगार की संभावनाएं भी पैदा करेगी.

इस बैठक में नायब तहसीलदार नेहा सचान, वन रेंजर अमित कुमार, वन निरीक्षक अजीत पाल सिंह, वन दरोगा श्रीनिवास पांडेय और टोरंट गैस के प्रबंधक हितेश मिश्रा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. वहीं स्थानीय ग्राम प्रधान रामदास, धीरेन्द्र सिंह और राजेश कुमार की भागीदारी ने यह सुनिश्चित किया कि स्थानीय लोगों की आशंकाओं और सुझावों को भी ध्यान में रखा जाए.

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