यूपी : बलिया में तूल पकड़ रहा बाँसडीह सीएचसी अधीक्षक वेंकटेश मौआर के मौत का मामला.आप को बता दे कि बीते कुछ दिन पूर्व विजलेंस टीम ने डॉ वेंकटेश मौआर को 20 हज़ार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर वाराणसी लेकर गयी थी.यह कार्यवाही अमृत फार्मेसी के संचालक अजय तिवारी के शिकायत पर हुआ था.वही विजलेंस टीम के कस्टडी में डॉ वेंकटेश मौआर का निधन हो गया.
डॉ वेंकटेश के निधन के बाद स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों और कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है.आरोप है कि साजिश के तहत अधीक्षक डॉ वेंकटेश को फसाया गया जिनकी मौत विजलेंस टीम के कस्टडी में हो गयी.इस मामले से आक्रोशित बाँसडीह सीएचसी के सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने सीएचसी पर ताला जड़ पिछले चार दिनों से धरने पर बैठे है नतीजन बाँसडीह में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप है.स्वास्थ्यकर्मियों ने यह धरना अनिश्चितकाल के लिए किया है.मांग है कि जब तक इस मामले की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाही नही होगा तब तक यह धरना चलेगा.
बलिया के बांसडीह सीएचसी अधीक्षक डा. वेंकटेश मौआर की वाराणसी में अंडर कस्टडी मौत के मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग तथा आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने आदि की मांग को लेकर डा. मौआर की पत्नी प्रियंका मौआर, जिलाधिकारी से मिली.
प्रियंका मौआर ने शुक्रवार को डीएम मंगला प्रसाद सिंह को लिखित आवेदन पत्र देकर पति की मौत के मामले में साजिशकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग किया है.इस दौरान मृतक डॉ वेंकटेश की पत्नी ने अमृत फार्मेसी के संचालक अजय तिवारी और विजलेंश टीम पर कई गम्भीर आरोप लगाई.