Uttar Pradesh: अयोध्या जनपद में उत्तर प्रदेश में बढ़ते अन्याय, अत्याचार और सामाजिक असमानता के खिलाफ अब पिछड़ा वर्ग भी सड़कों पर उतर आया है. सिविल लाइन स्थित तिकोनिया पार्क में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के बैनर तले बहुजन मुक्ति पार्टी द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया. इस उग्र आंदोलन का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर रामधारी दिनकर ने किया.
प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में एससी, एसटी और ओबीसी समाज के लोगों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. छोटी बच्चियों के साथ रेप, पढ़ाई करने वाले बच्चों की हत्याएं और अपराधियों को संरक्षण देना – यह सब अब आम हो गया है. दुख की बात यह है कि पीड़ित परिवारों को न्याय तो दूर, उन्हें ही जेल में डाला जा रहा है.
मोर्चा ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की है, साथ ही पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
धरने में शामिल लोगों ने ईवीएम हटाने, आरक्षण की बहाली, पिछड़े वर्गों के संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा और उनकी राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने की मांग की. चेतावनी दी गई कि, अगर सरकार ने इन मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा. धरना स्थल पर गूंजते नारों और विरोध की आवाज़ ने साफ कर दिया कि अब पिछड़े, दलित और वंचित समाज चुप नहीं बैठेगा – ‘लड़ेगा, जीतेगा और हक लेकर रहेगा.’