ऑपरेशन सिंधु: ईरान के बाद इजराइल से भी निकाले जा रहे भारतीय, जॉर्डन पहुंचा पहला बैच, ऐसे होगी वापसी

इजराइल-ईरान युद्ध के बीच भारत का ऑपरेशन सिंधु लगातार जारी है. अधिकारियों ने बताया कि 160 भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे ने इजराइल-जॉर्डन बॉर्डर को सुरक्षित पार कर लिया है. भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए व्यवस्था की गई है, एक स्पेशल निकासी उड़ान कल वहां से रवाना होगी.

जानकारी के अनुसार, गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए भारतीय दूतावास ने तेल अवीव में 24/7 कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं. एक ऑनलाइन पोर्टल पर भारतीय नागरिकों को रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया है. इसके अलावा, इजराइल में भारतीय नागरिकों का एक विस्तृत डेटाबेस इकट्ठा किया है.

सायरन की आवाज से खतरे का संकेत

इजरायल और ईरान में छिड़ी जंग के बीच जो भारतीय इजरायल में रह रहे थे उन्हें खतरे का सामना करना पड़ रहा था. भारतीयों को ईरान की मिसाइलों और ड्रोन हमलों से खुद को बचाने के लिए बंकरों या फिर सुरक्षित कमरों में शरण लेनी पड़ रही थी. सायरन की आवाज भारतीय नागरिकों को अलर्ट कर रही थी. बताया जा रहा है कि आपातकालीन स्थिति में छोटे बच्चों, महिलाओं और छात्रों की उपस्थिति के आधार पर इन सभी को निकासी में प्राथमिकता दी गई. प्रधानमंत्री इस पूरी स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए हैं और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर रियल टाइम पर अपडेट ले रहे हैं. निकाले गए अरविंद शुक्ला ने कहा कि संकट के समय में दूतावास की तरफ से किए गए काम तारीफ योग्य हैं.

‘अम्मान से नई दिल्ली के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था ‘

मिशन ने कहा कि इजरायल और जॉर्डन की सरकारों ने बाहर निकलने में सहयोग किया. विदेश मंत्रालय ने अम्मान से नई दिल्ली के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की. इजरायल में भारतीय मिशन ने अपने नागरिकों के अपडेट के लिए 24/7 हेल्पलाइन नंबर दिया है. भारतीय मिशन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ऑपरेशन सिंधु जैसे अभियान विदेश में अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है. वे भारतीय नागरिक जिन्हें पहले जत्थे में निकाला गया वो सभी तेल अवीव और हाइफा में तय सभा स्थलों पर जमा हुए. जिसके बाद उन्हें सड़क मार्ग के जरिए इजराइल-जॉर्डन सीमा पर शेख हुसैन ब्रिज ले जाया गया. जिसके बाद भारतीय नागरिकों का समूह अम्मान हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ.

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