उत्तर प्रदेश के कानपुर में 70 वर्षीय भगवान दास ने 60 वर्षीय बहन की हत्या कर दी और खुद रेलवे स्टेशन पर बेहोशी की हालत में मिला था. अब उसे होश आ गया, जिसके बाद उससे पूछताछ की गई तो उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली. आरोपी ने बताया कि उसकी बहन द्रौपदी आनंद ने ही उससे उसे जान से मारने के लिए कहा था.
उत्तर प्रदेश के कानपुर के थाना गोविंद नगर में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग भगवान दास ने अपनी 60 वर्षीय बुजुर्ग बहन द्रौपदी आनंद की बेरहमी से हत्या कर दी थी. उसने अपने घर पर ही पहले बहन के पैर बांधे और उसके शरीर पर बिजली के तार को लपेटकर उसे करंट लगाया और फिर बांका से हमला कर द्रौपदी आनंद की हत्या कर दी थी. इसके बाद वह बेहोशी की हालत में मिला था, जिसे अब होश आया और उसने बताया कि उसने बहन की हत्या उसी के कहने पर की थी.भगवान दास को शनिवार देर रात होश आ गया. उसके बाद उसने रविवार को पुलिस से अपनी बहन की हत्या करने की बात कबूल कर ली. भगवान दास ने बताया कि उसकी बहन द्रौपदी आनंद और वह बुरी तरीके से आर्थिक स्थिति से जूझ रहे थे. मेरी बाईपास सर्जरी हुई थी. मैं बीमारी से थक चुका था. मैं मरना चाहता था. यह बात मैंने जब अपनी बहन को बताया तो उसने कहा उससे पहले वह उसे मार दे, नहीं तो उसके मरने के बाद उसकी देखरेख और उसका ख्याल कौन रखेगा.
भगवान दास ने कहा कि हम दोनों भाई-बहन एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे. बस इसलिए मैंने उसके कहने पर उसके ऊपर बांके से हमला कर उसे मार दिया. इसके बाद कहीं वह जिंदा न बच जाए. इसके लिए उसके पैर बांधकर उसे बिजली का करंट लगा दिया. इसके बाद मैंने अपने खून से सने हुए कपड़े बदले और मैं खुद आत्महत्या करने के लिए कानपुर के गोविंद नगर रेलवे स्टेशन पर आया. मैं ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या करना चाहता था. लेकिन तमाम तरह के दिमाग में आ रहे सवालों और घबराहट के बाद मैं बेहोश हो गया और अगले दिन मैंने अपने आप को अस्पताल के बेड पर पाया.इस मामले में द्रौपदी और भगवान दास के बड़े भाई पुरुषोत्तम बड़ोदरा से कानपुर पहुंचे पोस्टमार्टम हाउस में उन्होंने किसी के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया. लेकिन छोटे भाई के खिलाफ गोविंद नगर थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करा दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ की नाक और सिर की हड्डी टूटने से द्रौपदी आनंद की मौत हुई. मामले में हत्या आरोपी भगवान दास से मिलने के लिए भी उसके भाई पुरुषोत्तम अस्पताल नहीं गए. पुरुषोत्तम ने अपनी बहन का अंतिम संस्कार गोविंद नगर स्थित स्वर्ग आश्रम में किया.
हत्या आरोपी भगवान दास ने रोते हुए पुलिस से कहा कि वह अपने और अपनी बहन के इलाज के चलते आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. ऐसे में जान देने के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं था. मामले में गोविंद नगर थाना पुलिस के प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया की हत्या आरोपी भाई भगवान दास ने हत्या करने की बात कबूल ली है. द्रौपदी के भाई पुरुषोत्तम ने छोटे भाई के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है. मामले में जांच पड़ताल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.