जबलपुर : जिले मे रहकर पढ़ाई कर रहा है, गोहलपुर में एक किराए का मकान लेकर वह रहा है.कुछ दिन पहले ही मैं उससे मिलने जबलपुर आया था.मंगलवार की जब हम रुम में थे, उसी दौरान मोबाइल पर व्हाटसअप मैसेज आया, लिखा था हाय…मैंने पूछा कौन हो, भाई, सामने से जबाव आया, कि कम समय में अगर बहुत सारा पैसा कमाना चाहते हो, तो मिलो.पहले मैसेज बड़ा ही अजीब लगा, कुछ देर के बाद उसका काॅल आया, कि बताओ कहां मिल सकते हो.
उसकी बाते बड़ी ही अजीब थी, समझ में आ गया था कि हमारे साथ ठगी के इरादे से काॅल किया जा रहा है, हमने भी उसे बातों में लगा लिया, पूछा कि कहां मिलना होगा. दोस्त ने पता था कि गोहलपुर के पास लेमा गार्डन हैं, वहां मिलते है.रात 9 बजे आया, थोड़ी देर बात करने के बाद हमसे 15 हजार रुपए लिए, और एक बैग में डालने के बाद पीछे की तरफ मुड़ गया, कुछ मंत्र पढ़ने लगा, इसके बाद बैग से पालीथिन में लिपटी 500 रुपए की गड्डी निकाली और हमें देकर जाने लगा.
शक तो पहले ही हो गया था, इसलिए सबसे पहले उसे पकड़ा और जब नोटों की गड्डी चेक की तो उसमें नकली नोट थे.तुरंत गोहलपुर थाना पुलिस को सूचना दी और ठग को उनके हवाले किया… ये कहना है बिहार आरापुर निवासी अनिकेत राय का, जिसके साथ ठगी का जबलपुर निवासी ठग ने प्लान तो बनाया, पर उससे पहले ही पकड़ गया.
फरियादी अनिकेत राय थाना आरा टाऊन जिला भोजपुर का रहने वाला है। कुछ दिनों पहले उसका दोस्त शिवलगन पढ़ाई के लिए जबलपुर आया था.वह यहां रहकर मेडिकल पढ़ाई की तैयारी कर रहा है। मंगलवार की दोपहर को जब उसके दोस्त अनिकेत के मोबाइल पर हैलो का मैसेज आया तो, उसने इग्नोर कर दिया, इसके बाद फिर से सामने वाले ने हाय लिखा, तब अनिकेत ने उसका जबाव दिया.
इस पर मैसेज करने वाले व्यक्ति ने कहा कि आप बहुत खुश-किश्मत हो, कि मुझे तुम्हारा नंबर मिल गया है.कुछ ही देर में मैं आपका पैसा दो से तीन गुना तक कर सकता हूं, इस पर अनिकेत ने पूछा कि वो कैसे, तब उससे कहा गया कि रात को मिलो, मैं बताता हूं.
अनिकेत और मोबाइल पर बात करने वाले व्यक्ति के बीच बात हुई की मंगलवार की रात को 9 बजे लेमा गार्डन के पास मिलते है, तुम जितने रुपए लाओगें उसका मैं जादू,टोने से पांच गुना कर सकता हूं.तय समय पर अनिकेत अपने दोस्त शिवलगन के साथ लेमा गार्डन पहुंच गए, कुछ ही देर बाद एक लड़का बैग टांगकर पहुंचा और अनिकेत को काॅल किया, दोनों की मुलाकात हुई, इशके बाद ठग ने कितने रुपए लाए है, अनिकेत ने जबाव दिया, 15 हजार। तब ठग ने बोला कि इसके में कुछ ही देर में 75 हजार तुम्हारी आंखो के सामने कर सकता हूं.
अनिकेत ने उसे रुपए दिए तो वह अपने बैग में रखा, और कुछ देर तक मंत्र पढ़ता रहा, इसके बाद एक नोट की गड्डी जो कि पीलिथिन से लिपटी हुई थी, उसे निकालकर देते हुए कहा कि ये 75 हजार है, इसे अभी मत खोलना,नहीं तो गायब हो जाएगें.
15 हजार रुपए लेकर 500 रुपए की गड्डी पकड़ाई और फिर जैसे ही वह जाने लगा तो अनिकेत और उसके साथी ने पकड़ लिया, इस बीच आसपास खड़े लोग भी आ गए। भीड़ के साथ अनिकेत और शिवलगन ठग को लेकर गोहलपुर थाने पहुंचे और पुलिस के हवाले करते हुए सारी घटना बताई.
पुलिस ने जब उसका बैग चेक किया तो उसमें 11520 चिल्ड्रन बैंक के नोट और 25 हजार रुपए के असली नोट बरामद हुए.गिरफ्त में आए ठग ने अपना नाम विनय उर्फ विनू, जबलपुर निवासी बताया.अनिकेत के 500 रुपए की दी गई गड्डी को जब चेक किया तो वह चौकाने वाली घटना थी। नोटों की गड्डी के सबसे ऊपर और सबसे नीटे असली पांच सौ रुपए का नोट था, और बीच में सभी नकली नोट (चिल्ड्रन बैंक) फंसे हुए थे.
गोहलपुर थाना प्रभारी रितेश पांडे ने बताया कि 12वीं तक की पढ़ाई करने वाला शातिर ठग विनय जबलपुर का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान आरोपी ठग ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों के साथ ठगी की वारदात करते हुए लाखों रुपए की वारदात करना कबूल किया है.विनय का कहना था कि कम समय में अधिक पैसा कमाने का यह प्लान उसने साउथ की एक मूवी देखकर बनाया था.शहर का मिलौनीगंज, क्षेत्र जहां पर बच्चों की खिलौनों की दुकान है, वहीं से चिल्ड्रन बैंक के नोटों की गड्डी खरीदकर उसके ऊपर और नीचे बड़ी ही सफाई से पांच सौ रुपए का नोट लगाने के बाद ट्रासपेरेट पालीथिन में रखकर लोगों को देकर वहां से फरार हो जाता था.
गोहलपुर थाना प्रभारी रितेश पांडे का कहना है कि आरोपी विनय के पास से अभी तक चिल्ड्रन बैंक के नकली नोट और 25 हजार के असली नोट मिले है.पूछताछ की जा रही है। बुधवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसकी रिमांड ली जाएगी, उम्मीद है कि आरोपी से और भी ठगी के खुलासे हो सकते है। विनय से यह भी पता किया जा रहा है, कि उसके साथ क्या और भी लोग शामिल है, जो कि साथ में रहते है.