Uttar Pradesh: स्वच्छता को ठेंगा दिखा रहा इंसानों के द्वारा बनाया गया दो मंदिरों का रास्ता। यह तस्वीर उस रास्ते की है जिस रास्ते से आप दो मंदिरों तक जाएंगे एक मंदिर में इंसानों की आस्था जुड़ी है तो दूसरे मंदिर में भगवान का दर्जा पाने वाले चिकित्सक इंसानों को बचाने का प्रयास करते है.
दरअसल जिला अस्पताल के नए भवन तक जाने जाने के लिए दो रास्ते है. पहला रास्ता मुख्य सड़क से उत्तर की तरफ है दूसरा रास्ता मुख्य सड़क से दक्षिण की तरफ है. उत्तर के रास्ते से मरीज़ो का आना जाना होता है और दक्षिण के रास्ते से अस्पताल, अस्पताल परिसर में स्थित मंदिर और भगवान का दर्जा प्राप्त चिकित्सकों के आवास तक जाने का है इसके अलावा इस रास्ते से मरीज और तीमारदार भी आते जाते है.
स्वच्छता को मुह चिढ़ाता यह रास्ता न केवल सिस्टम की पोल खोल रहा है बल्कि जिम्मेदारों की जिम्मेदारी पर अनगिनत सवाल भी खड़े कर रहा है। रास्ते पर अस्पताल से निकलने वाला सारा कचड़ा आप को बिखरा हुआ मिलेगा, देखते ही आप विचलित हो सकते है इलाज से पहले ही आप और बीमार हो सकते है। स्थानीय लोगों और इस रास्ते का प्रयोग कर रहे मरीज़ो के अलावा डॉक्टरों, अस्पताल कर्मचारियों की माने तो इस रास्ते से आना जाना दूभर है, बीमारी फैलने का खतरा है शिकायत के बाद भी इसकी कोई सुध लेने वाला नही है, गन्दगी के ऊपर से हर कोई आने जाने को मजबूर है.