पुणे जिले में लगातार बारिश के कारण उजनी बांध में पानी की मात्रा बढ़ गई है. इसी वजह से मंगलवार को उजनी बांध से भीमा नदी में 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. साथ ही वीर बांध से भी नीरा नदी में 22,360 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यह पानी संगम पर जाकर भीमा नदी में मिलता है, जिससे चंद्रभागा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है.
मंगलवार शाम तक चंद्रभागा नदी में पानी का बहाव 40 हजार क्यूसेक से अधिक हो गया था. प्रशासन का अनुमान है कि यह बहाव बढ़कर 60 हजार क्यूसेक तक जा सकता है. इसके चलते पंढरपूर के कई मंदिर पानी में डूब गए हैं. भक्त पुंडलिक मंदिर, नदी किनारे बने घाट और पुराना पुल पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. पुल पर यातायात बंद कर दिया गया है.
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जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क कर दिया है. आषाढी वारी जैसे बड़े धार्मिक आयोजन के पहले ऐसी स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है. पालकमंत्री जयकुमार गोरे ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समय पर उजनी बांध से पानी छोड़ने के निर्देश दिए थे.
चंद्रभागा नदी में पानी का बहाव 40 हजार क्यूसेक से ज्याद हो गया
नगरपालिका ने सुरक्षा के लिए लाइफगार्ड तैनात किए हैं और स्थानीय नाविकों की भी मदद ली जा रही है ताकि आपात स्थिति में मदद मिल सके. साथ ही स्थानीय लोगों लोगो ंको नदी से दूर रहने की सलाह दी है.