मऊगंज : जिले का हनुमना SDM कार्यालय इन दिनों प्रशासनिक अराजकता और लापरवाही का प्रतीक बन गया है। एसडीएम रश्मि चतुर्वेदी पर आरोप हैं कि वे नियमित रूप से राजस्व न्यायालय (कोर्ट) नहीं लगातीं, जिससे फरियादी जनता और वकील वर्ग दोनों बेहद परेशान हैं.कई बार पक्षकार दूर-दराज के गांवों से अपनी सुनवाई की उम्मीद लेकर पहुंचते हैं, लेकिन बिना काम के ही उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.
स्थानीय अधिवक्ताओं और नागरिकों का कहना है कि हनुमना SDM कार्यालय में शासन के दिशा-निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है. कलेक्टर मऊगंज द्वारा जारी आदेशों को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे सरकारी कामकाज ठप पड़ गया है। न तो राजस्व मामलों की सुनवाई हो रही है, न ही ज़रूरी प्रशासनिक कार्य पूरे किए जा रहे हैं.
इतना ही नहीं, सूत्रों के अनुसार कार्यालय के बाबू और चपरासी भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के घेरे में हैं.आरोप है कि सामान्य फाइलें जानबूझकर अटका दी जाती हैं और बिना सुविधा शुल्क दिए उन्हें आगे नहीं बढ़ाया जाता। कलेक्टर कार्यालय द्वारा भेजे गए पत्रों और मांगों को भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा.
जनता और अधिवक्ताओं का गुस्सा अब फूट पड़ा है। उन्होंने मऊगंज जिला प्रशासन से मांग की है कि इस लापरवाही और भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए.