उत्तर प्रदेश के कानपुर में भगवान जगन्नाथ की ऐतिहासिक रथयात्रा के दूसरे दिन भारी बवाल हो गया. यहां ओमर वैश्य मंडल और दोसर वैश्य नवयुवक मंडल के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई. दोनों मंडलों के युवकों ने एक-दूसरे पर बजने वाले साज (ढोल, मंजीरे आदि) को ही हथियार बना लिया और मारपीट करने लगे. इस झड़प में आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं.
कानपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दूसरे दिन भी बवाल हो गया. यहां पहले दिन रथ यात्रा में साउंड सर्विस को रोके जाने पर पुलिस और जगन्नाथ मंदिर के महंत के बीच बवाल हुआ था, जिसमें थानेदार को सस्पेंड किया गया.
वहीं दूसरे दिन रथ यात्रा में दो मंडलों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ. इस दौरान रथ यात्रा में शामिल युवक जो गीत संगीत के साज बजा रहे थे, उन्हीं को एक दूसरे पर फेंकने लगे. इस घटना में दोनों पक्षों के आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
बता दें कि कानपुर में सैकड़ों वर्षों से भगवान जगन्नाथ की 2 दिन की यात्रा निकलती हैं. दूसरे दिन की यात्रा में ओमर वैश्य मंडल और दोसर वैश्य नवयुवक मंडल के बीच विवाद हो गया, जिसमें जमकर मारपीट हुई. इस दौरान दोनों मंडलों के लोग जो अपनी सवारी में साज बाज रहे थे, उन्हों को एक दूसरे पर फेंकने लगे.
ओमर वैश्य मंडल की महिलाओं का कहना है कि दोसर वैश्य मंडल सवारी जब सामने से गुजरी तो उसमें शामिल लोग अभद्रता और छेड़छाड़ करने लगे. वे मारपीट करने लगे. वे पूरी तैयारी के साथ आए थे. इस दौरान जमकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई. इस घटना के वीडियो सामने आए हैं.
इस घटना में दोनों पक्षों के आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. ओमर वैश्य मंडल के सदस्य आकाश ने कहा कि दूसरे पक्ष के लोगों ने पहले मारपीट शुरू कर दी और छेड़छाड़ भी की. इस मामले को लेकर एसीपी अभिषेक पांडे ने कहा कि अभी हमारे पास घटना की सूचना नहीं है. रथ यात्रा निकल रही है. हम पहले उसको निकाल रहे हैं. यहां पर शांति व्यवस्था कायम कर दी गई है. दो पक्षों में विवाद हुआ था. जैसी एप्लिकेशन आएगी, वैसे कार्रवाई की जाएगी.