रायपुर: पीसीसी चीफ दीपक बैज का मोबाइल फोन रविवार को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन से चोरी हो गया. यह घटना उस समय हुई जब बैज NSUI की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे और पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की रणनीति तय कर रहे थे.बैठक के दौरान बैज का मोबाइल टेबल पर रखा हुआ था और पास में विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व महापौर एजाज ढेबर और वरिष्ठ नेता प्रमोद दुबे भी मौजूद थे. बैठक खत्म होने के बाद जब बैज ने मोबाइल खोजना चाहा, तो वह नहीं मिला. कॉल करने पर मोबाइल स्वीच ऑफ मिला, जिसके बाद चोरी की आशंका गहराई.
रायपुर पुलिस को दी गई सूचना: इस घटना की सूचना तत्काल एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे ने पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और कांग्रेस भवन में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. दीपक बैज ने कहा कि मोबाइल में गांव से लेकर दिल्ली तक के कई जरूरी नंबर और संवेदनशील जानकारियां हैं.
बीजेपी ने ली चुटकी, किस नेता पर है शक ?: मोबाइल चोरी की घटना ने सियासी रंग भी पकड़ लिया है. छत्तीसगढ़ के मंत्री केदार कश्यप ने इस पूरे मामले पर तंज कसते हुए , कहा –”दीपक बैज बताएं कि उनके मोबाइल में ऐसा क्या था, जिसे कांग्रेस के लोग जानना चाहते हैं? क्या उन्हें शक है कि भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव या कोई और कांग्रेसी नेता उनके मोबाइल के पीछे है? यदि शक है, तो खुलकर बताएं, ताकि सरकार मोबाइल को खोज सके.”
प्रदेश के सियासी तापमान में इजाफा: यह बयान सामने आने के बाद कांग्रेस खेमे में खलबली और भाजपा खेमे में चुटकी शुरू हो गई है. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन सवाल यह भी है कि कांग्रेस के ही प्रदेश कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष का मोबाइल चोरी हो जाना. क्या यह महज एक चोरी है या किसी सियासी रहस्य की दस्तक.? चोरी एक डिवाइस की नहीं, शायद जानकारी की भी हो सकती है. जांच के नतीजों का अब सियासी गलियारे को बेसब्री से इंतज़ार है.