बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी ने संगठनात्मक स्तर पर अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने राज्य के लिए 58 ऑब्जर्वर (निरीक्षक) नियुक्त किए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 4 नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है
पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने आदेश जारी किया है। छत्तीसगढ़ से जिन नेताओं को बिहार चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है, उनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत, बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेश पांडेय, संगठन से जुड़े नेता दीपक मिश्रा और वरिष्ठ नेता भुवनेश्वर बघेल का नाम शामिल है।
कांग्रेस ने इन सभी नेताओं को बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी संगठन को मजबूत करने, जमीनी स्तर पर बूथ मैनेजमेंट सुनिश्चित करने और स्थानीय कार्यकर्ताओं को एकजुट कर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है।
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान ने इन नेताओं को उनके पिछले चुनावी अनुभव, सांगठनिक पकड़ और जमीनी सक्रियता को देखते हुए बिहार जैसी रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य में जिम्मेदारी दी है। पार्टी का लक्ष्य है कि बिहार में अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए विपक्षी दलों को कड़ी चुनौती दी जा सके।
उम्मीदवारों की घोषणा में ऑब्जर्वर की भूमिका अहम
बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा है। आने वाले चुनाव में सीटों के तालमेल, उम्मीदवारों की घोषणा और प्रचार रणनीति जैसे कार्यों में ऑब्जर्वर की भूमिका अहम होगी। यही कारण है कि पार्टी ने अनुभव और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए पूरे देश से नेताओं की नियुक्ति की है।
बताया जा रहा है कि सभी 58 ऑब्जर्वर जल्द ही बिहार का दौरा करेंगे। अपने-अपने क्षेत्र में संगठनात्मक समीक्षाएं प्रारंभ करेंगे। इससे न केवल कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलेगी, बल्कि चुनाव पूर्व गठबंधन की रणनीति को भी जमीन पर उतारने मेंमदद मिलेगी।