रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार 29 जून को भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। करबला के शहीद हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की याद में युवाओं, महिलाओं समेत मानवता प्रेमियों ने धर्म और जाति से ऊपर उठकर ब्लड डोनेट किया। अन्य धर्मों के लोगो एस एल लावण्या, किशन ठाकुर ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस शिविर में 150 से ज्यादा लोगों ने रक्तदान किया है।
देश में मोहर्रम की शुरुआत हो चुकी हैं। हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों का शहादत दिवस मनाया जा रहा है। करबला के मैदान में इमाम हुसैन और उनके साथियों का बड़ी ही बेरहमी से खून बहाया गया था। यहां तक कि छह महीने के बच्चे के गले को भी लहूलुहान कर दिया था। उन्हीं महान बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए हैदरी ब्लड ग्रुप की ओर से रायपुर में भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जो कि उम्मीद से कही ज्यादा सफल रहा।
रायपुर के मोमिन पारा स्थित हैदरी इमामबाड़ा में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चला। जिसमें कुल 162 लोगों ने रक्तदान किया जिसमे 25 महिलाये भी शामिल है। इमाम हुसैन ने महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए समानता के अधिकार और कर्तव्यों की बात की थी। उसी से प्रेरित होकर इस इस शिविर में महिलाओं का भी अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। इमाम हुसैन इंसाफ और इंसानियत के भी तरफदार रहे, यहीं वजह है कि उनसे मोहब्बत करने वाले, उनके मानने वाले, याद मनाने वाले अन्य धर्मों के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर रक्तदान किया और करबला के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शिविर की सफलता में बिलासा ब्लड सेंटर का भरपूर सहयोग मिला, जिसकी समाज के लोगों ने जमकर तारीफ की।
भविष्य में भी इसी तरह का आयोजन करने का प्रण
आयोजकों ने बताया कि ब्लड कैंप का आयोजन पिछले चार सालों से किया जा रहा है। क्यों कि देश और दुनिया में हर साल लाखों मरीजों की मौत सिर्फ इसलिए हो जाती है, क्योंकि उन्हें समय पर उनके ग्रुप का खून नहीं मिल पाता है। इसलिए इस रक्तदान कैंप का आयोजन किया गया। ताकि जरूरतमंद लोगों की जान बच सके और यही इमाम हुसैन के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। वहीं आयोजनकर्ता हैदरी ब्लड ग्रुप ने भविष्य में भी इस तरह के जनहितकारी कार्यक्रम करने का प्रण लिया है। साथ ही शिविर में आये समाज के गणमान्य नागरिकों और सभी के जन सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया है।