सोनभद्र: दुद्धी कोतवाली क्षेत्र में एक हृदयविदारक घटना ने झांसी के एक परिवार को झकझोर कर रख दिया है. नगर में फुल्की बेचकर जीवनयापन करने वाले शैलेंद्र और उनके परिवार पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा है जिसकी कल्पना भी मुश्किल है. उनकी डेढ़ साल की मासूम बेटी प्रिया घर में खेलते समय गर्म छोले के बर्तन में गिर गई, जिससे वह 80% तक झुलस गई. इस भयानक हादसे के बाद बच्ची को बचाने की हर कोशिश नाकाम रही और उसने अंततः दम तोड़ दिया.
यह घटना परिवार के लिए और भी मार्मिक है क्योंकि आज से ठीक दो साल पहले, ठीक इसी तारीख को, शैलेंद्र की पहली बेटी की भी गर्म पानी से जलने के कारण मौत हो गई थी। यह भयावह संयोग पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल गया है.
मासूम प्रिया की जिंदगी की दुखद शाम
दुर्घटना के तुरंत बाद प्रिया को दुद्धी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने घंटों तक बच्ची को बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन शरीर के गंभीर रूप से जलने के कारण मासूम प्रिया ने दम तोड़ दिया.
एक ही तारीख का खौफनाक दंश: दो बेटियों को खोया
प्रिया की मौत की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। मां-बाप बेसुध हो गए और मां का रो-रोकर बुरा हाल था, वह बार-बार अचेत हो जा रही थीं। बिलखते हुए पिता शैलेंद्र ने बताया, “यह दिन मेरे लिए काल बनकर आया है। आज से ठीक दो साल पहले इसी तारीख को मेरी पहली बेटी दाल के गर्म पानी से जल गई थी और उसकी भी मौत हो गई थी। आज फिर उसी दिन मेरी दूसरी बेटी मुझसे छिन गई। मेरी दोनों बेटियां अब इस दुनिया में नहीं हैं”
असहनीय पीड़ा में डूबा एक परिवार
शैलेंद्र ने भारी मन से कहा, “मैं आज अपने ही हाथों से अपनी लाडली को दफनाकर लौट रहा हूं, मेरे दिल पर क्या बीत रही है, यह मैं किसी को बयां नहीं कर सकता।” इस गहरे सदमे से मां का मानसिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है। पूरे घर में मातम पसरा हुआ है और आस-पास के लोग भी इस घटना से बेहद आहत हैं। हर कोई इस परिवार के दुख में शामिल होकर उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन इस असहनीय पीड़ा के सामने हर शब्द फीके पड़ रहे हैं। यह हादसा वाकई दिल दहला देने वाला है और इसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है.