भारतीय रेलवे से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं. ये एक सस्ता और सुविधाजनक साधन है. ट्रेन से यात्रा करने के कई नियम हैं. वहीं, यात्रा करने के लिए आपको पहले टिकट बुक करना होता है. लेकिन कई बार रेलवे से सफर करने के दौरान कई यात्री टिकट नहीं लेते हैं. ऐसे में रेलवे को काफी नुकसान होता है. ऐसे यात्रियों को पकड़ने के लिए कई बार ट्रेन में चेकिंग अभियान भी चलाया जाता है. ऐसा ही हाल में एक मामला सामने आया है, जिसमें चेकिंग अभियान के तहत एक टिकट चेकर ने एक दिन में यात्रियों से 1.72 लाख रुपये फाइन की वसूली की. चलिए जानते हैं क्या मामला?
Shri Alok Kumar Jha, Head Ticket Examiner, Nagpur, set a new record in single-day revenue by recovering ₹1.72 lakh from 220 irregular passengers on Train 03251. His vigilance and dedication underscore the vital role of TEs in ensuring compliance and boosting revenue. pic.twitter.com/qh3WOtWV0v
— DRM Nagpur , CR (@drmcrngp) June 27, 2025
₹1.72 लाख फाइन लेकर बनाया नया रिकॉर्ड
नागपुर के प्रधान टिकट परीक्षक (Ticket Examiner) आलोक कुमार झा ने ट्रेन नंबर 03251 पर 220 अनियमित यात्रियों से ₹1.72 लाख फाइन वसूल कर एक दिन के राजस्व (Revenue) में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. उनकी सतर्कता और समर्पण अनुपालन सुनिश्चित करने और राजस्व बढ़ाने में टीईएस की महत्वपूर्ण भूमिका दिखाता है.
कहां तैनात हैं टिकट परिक्षक
आपको बता दें कि ये हेड टिकट परीक्षक नागपुर में तैनात हैं. इनका नाम आलोक कुमार झा है.
किस ट्रेन में की वसूला फाइन
हेड टिकट परीक्षक आलोक कुमार झा ने ट्रेन 03251 में बिना वैध टिकट यात्रा करने वाले 220 यात्रियों से ₹1.72 लाख वसूल कर रिकॉर्ड बनाया. यह DNR SMVB SPL ट्रेन में हुआ, जो दानापुर से SMVT बेंगलुरु तक चलती है. DRM नागपुर ने झा की उपलब्धि की पुष्टि की और व्यवस्था और राजस्व बनाए रखने में टिकट परीक्षकों के महत्व पर प्रकाश डाला.
कितने यात्रियों से की वसूली
टिकट परिक्षक ने एक दिन में 220 यात्रियों से ₹1.72 लाख फाइन वसूली कर नया रिकॉर्ड बनाया है.
सोशल मीडिया पर लोग कर रहे तारीफ
सोशल मीडिया पर लोग टिकट परिक्षक की काफी सराहना कर रहे हैं. आलोक झा के समर्पण की प्रशंसा की हर जगह प्रसंसा हो रही है. कुछ ने टिकट परीक्षक को ईमानदारी को प्रोत्साहित करने और अवैध यात्रा करने वालों के लिए सुझाव भी दिया है. इससे पहले हाल ही में मध्य रेलवे के मुंबई डिवीजन में भी टिकट जांच अभियान चलाया गया था, जिसमें उपनगरीय ट्रेनों के प्रथम श्रेणी के डिब्बों में अनियमित यात्रा के 984 मामले सामने आए और ₹3.18 लाख का जुर्माना वसूला गया था. सेंट्रल रेलवे के मुंबई डिवीजन ने टिकट चेकिंग अभियान के दौरान उपनगरीय ट्रेनों के प्रथम श्रेणी कोचों में 984 अनियमित यात्रा मामलों का पता लगाया गया और ₹3.18 लाख का जुर्माना वसूला किया.
किस ट्रेन में हुयी वसूली
यह फाइन वसूली DNR SMVB SPL ट्रेन पर हुआ, जो दानापुर से SMVT बेंगलुरु तक चलती है. डीआरएम नागपुर ने झा की उपलब्धि को कन्फर्म किया और टिकट परीक्षकों के महत्व को उजागर किया, जो ऑर्डर और राजस्व बनाए रखने में मदद करते हैं. सोशल मीडिया यूजर्स ने झा के समर्पण की तारीफ की, कुछ ने टिकट परीक्षकों के लिए प्रोत्साहन का सुझाव दिया, ताकि ईमानदारी बढ़े और अवैध यात्रा कम हो.