आकाशीय बिजली से होने वाली संभावित मौत को रोकने के लिए मौसम विभाग द्वारा दामिनी ऐप विकसित किया गया है। मौसम विभाग की ओर से तैयार किया गया यह ऐप करीब 40 किलोमीटर की रेंज में बिजली गिरने की जानकारी प्रदान करता है। हालांकि बिजली गिरना रोका तो नहीं जा सकता, मगर इससे बचा जा सकता है। मौसम विभाग द्वारा वर्तमान में बारिश के साथ आकाशीय बिजली को लेकर अलर्ट किया जा रहा है। मगर आकाशीय बिजली से दामिनी ऐप से बचा जा सकता है। यह ऐप पंद्रह से बीस मिनट पहले आपको सचेत कर देगा। साथ ही जानकारी भी दे देगा की आकाशीय बिजली कहां गिरेगी।
आकाशीय बिजली से हर साल होती हैं कई मौतें
जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हर साल दर्जन भर से ज्यादा लोगों की असमय मौत हो जाती है। मानसून की पहली गर्जना के साथ ही जिले के आसमान में खतरे की आहट गूंजने लगी है। वज्रपात यानि बिजली गिरना अब केवल गांवों या खेतों की बात नहीं रही, यह कहीं भी गिर सकती है। अच्छी बात यह है कि अब इस खतरे से बचाव संभव है। वह भी मोबाइल पर एक क्लिक से। भारत सरकार द्वारा विकसित दामिनी ऐप लोगों को वज्रपात से पहले से ही सतर्क कर देता है। यह तकनीक अब जिले के शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों की जान बचा सकती है। बशर्ते लोग इसे जानें और अपनाएं।
मौसम विभाग के अनुसार तीन प्रकार के वज्रपात होते हैं, जिसमें क्लाउड टू ग्राउंड सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। मौसम विभाग ने दो दिन और बारिश को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बारिश के दौरान घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। इसके साथ ही बच्चों को बारिश में न नहाने, बाहर, छतों पर न खेलने की बात कही है। बारिश के दौरान बादल में गरज-चमक हो रही हो तो घर में नहाने से बचना चाहिए। साथ ही नल के प्रयोग से बचने को कहा है।
ऐसे करें दामिनी ऐप डाउनलोड
दामिनी ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करना बहुत ही आसान है। एंड्रायड मोबाइल यूजर्स इसे गूगल प्ले स्टोर से और आईफोन यूजर्स इसे ऐप्पल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण करना होता है। इसके लिए आपको अपना नाम, लोकेशन आदि देना होगा। यह जानकारियां देने के साथ ही यह दामिनी ऐप काम करना शुरू कर देता है। लोकेशन के 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने की चेतावनी आडियो मैसेज और एसएमएस से देता है।
अलर्ट मिलने पर यह करें
आपके इलाके में बिजली गिरने वाली है तो दामिनी ऐप आपको पहले ही चेतावनी देकर सावधान कर देगा। ऐसे में बिजली से बचने के लिए खुले खेतों, पेड़ों के नीचे, पहाड़ी इलाकों, चट्टानों के आसपास बिल्कुल न रुकें। धातुओं के बर्तन धोने से बचें और नहाने से तो बिल्कुल ही बचें। बारिश से बचें और जमीन पर जहां पानी जमा हो, वहां भी खड़े न रहें। छाते का कतई इस्तेमाल न करें। बिजली के हाइटेंशन तारों और टावर से दूर रहें। घर के अंदर चले जाएं। अगर कहीं बाहर हों और घर जाना संभव न हो तो खुली जगह पर ही कान बंद कर घुटनों के बल बैठ जाएं। खतरा टलने पर घर चले जाएं।
रायपुर मौसम केन्द्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा का कहना है कि दामिनी ऐप गरज-चमक वाले बादल, बिजली, लाइटिंग की पंद्रह ये बीस मिनट पहले जानकारी देता है, आम लोगों को इसे रखना चाहिए। काफी सुरक्षा प्रदान करने वाला ऐप है। इससे जान-माल को सुरक्षा रखी जा सकती है। खासकर खेतों में काम करने वाले किसानों व चरवाहों के लिए दामिनी ऐप एक जीवन रक्षक की भूमिका निभा सकता है-