राजा रघुवंशी हत्याकांड में शिलांग पुलिस लगातार नए सुरागों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है, इसी सिलसिले में इंदौर क्राइम ब्रांच थाने में राजा के भाई विपिन रघुवंशी को पूछताछ के लिए बुलाया गया. पूछताछ का मकसद सोनम के पास मौजूद गहनों की जानकारी जुटाना और रतलाम से जब्त किए गए गहनों की शिनाख्त करना था
सोनम को करीब 15 लाख रुपए से अधिक के गहने दिए गए थे
क्राइम ब्रांच में दिए गए बयान में विपिन ने बताया कि शादी के समय सोनम को करीब 15 लाख रुपए से अधिक के गहने दिए गए थे, उन्होंने यह भी बताया कि जिस दिन राजा घर से निकला था, उस समय वह सोने की चेन पहनकर गया था. शिलांग पुलिस ने हाल ही में रतलाम से कुछ गहने बरामद किए थे, जिनका मिलान अब राजा और सोनम के गहनों से किया जा रहा है.
इस संबंध में विपिन की मदद से गहनों की शिनाख्ती कराई जाएगी, इसके साथ ही विपिन ने यह भी स्पष्ट किया कि सोनम के पास लैपटॉप होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं थी, पुलिस अब इस पूरे मामले में मिले गहनों, डिजिटल डिवाइसेज और अन्य सबूतों के आधार पर केस को अंतिम दिशा देने में जुट गई है. राजा के परिवार से पुलिस ने जांच के लिए शादी के गहने के फोटो-वीडियो मांगे हैं.
पुलिस के रडार पर आया सिलोम जेम्स
बता दें कि राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में एक नया और चौंकाने वाला चेहरा सामने आया है प्रॉपर्टी डीलर सिलोम जेम्स. शिलांग पुलिस की एसआईटी को शक है कि सिलोम न केवल इस हत्या की साजिश में शामिल था, बल्कि उसने सबूतों को छिपाने और मिटाने में भी अहम भूमिका निभाई.
एसआईटी की टीम ने इस दिशा में इंदौर से लेकर रतलाम तक छापेमारी की और जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए, उन्होंने पूरे केस को एक नया मोड़ दे दिया है. जांचकर्ताओं का मानना है कि सिलोम केवल एक सह-आरोपी नहीं, बल्कि इस अपराध में सोनम का सबसे बड़ा राजदार बन चुका था.
अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर सिलोम कैसे और क्यों सोनम का इतना करीबी बन गया? क्या उसे इस पूरे षड्यंत्र की शुरुआत से जानकारी थी? या वह किसी लालच या दबाव में इस जाल में फंसा?
सिलोम जेम्स की पूरी कहानी न सिर्फ चौंकाती है, बल्कि इस केस की परतों को और गहराई से खोलने का संकेत भी देती है. पुलिस अब उसकी भूमिका को लेकर गहराई से जांच कर रही है और उसके मोबाइल डेटा, लोकेशन हिस्ट्री और अन्य डिजिटल सबूतों की पड़ताल की जा रही है.