नक्सलियों ने युवक को किडनैप कर मार-डाला:गांव में लाश फेंककर भागे, 15 दिन में 6 हत्याएं, बस्तर में 25 साल में 1,821 मर्डर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने धारदार हथियार से एक युवक की हत्या कर दी। बड़ी संख्या में हथियारबंद नक्सली पहुंचे थे। घर से किडनैप कर वारदात को अंजाम दिया है। शव गांव के बाहर ही फेंककर भाग गए थे। मामला उसूर थाना क्षेत्र के पेरमपल्ली गांव का है।

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मिली जानकारी के मुताबिक युवक पेरमपल्ली गांव का रहने वाला था। मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। बीजापुर में नक्सलियों ने 15 दिनों में मुखबिरी के शक में 6 लोगों की हत्या की है, जिसमें 4 ग्रामीण और 2 छात्र शामिल हैं। नक्सलियों ने पिछले 25 साल में 1821 लोगों का मर्डर किया है।

मर्डर के बाद जंगल में भाग गए नक्सली

मिली जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई को बड़ी संख्या में नक्सली गांव पहुंचे थे। इस दौरान नक्सलियों ने युवक को घर से बाहर निकाला। इसके बाद युवक की बेदम पिटाई की, फिर पुलिस की मुखबिरी के शक में उसे मार डाला। वारदात के बाद सभी नक्सली जंगल की तरफ लौट गए।

17 जून को 3 लोगों की हुई थी हत्या

इससे पहले, 17 जून 2025 को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में 3 ग्रामीणों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इनमें एक 13 साल का 7वीं और दूसरा 20 साल का कॉलेज का छात्र और तीसरा ग्रामीण युवक शामिल है। पूरा मामला पेद्दाकोरमा गांव का है।

गांववालों का कहना था कि 17 जून की शाम करीब 70 से 80 की संख्या में हथियार बंद नक्सली पहुंचे थे। उन्होंने छात्र सोमा मोड़ियाम (20), अनिल माड़वी (13) समेत एक अन्य ग्रामीण को घर से उठा लिया था।सोमा इसी साल 12वीं पास कर कॉलेज में दाखिल हुआ था, जबकि अनिल 7वीं का छात्र था।

नक्सली गांव के 10 से ज्यादा लड़कों को बंधक बनाकर अपने साथ लेकर गए। हालांकि, उनकी बेदम पिटाई करने के बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस के एक्शन से बौखलाए नक्सली अब स्कूल और कॉलेज के बच्चों का कत्ल कर रहे हैं।

सरेंडर नक्सली के रिश्तेदारों की हत्या

दरअसल, मारे गए सभी ग्रामीण DVCM कैडर के सरेंडर नक्सली दिनेश मोड़ियम के रिश्तेदार थे। नक्सलियों ने आरोप लगाया कि इन्हीं लोगों ने उसे सरेंडर करने के लिए उकसाया, उससे पैसे लिए। इसी वजह से इनकी हत्या कर मौत की सजा दे दी।

22 जून को भी 2 लोगों को मार डाला

इसके बाद बीजापुर जिले में 22 जून को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक पर समैय्या और वेको देवा की हत्या की थी। समैय्या पहले नक्सली था। उसने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। वहीं वेको देवा ग्रामीण है। दोनों नक्सल प्रभावित गांव सेंड्राबोर और एमपुर के रहने वाले थे। मामला पामेड़ थाना क्षेत्र का है।

25 साल में 1821 लोगों की हत्या

बता दें कि, नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से लेकर अब तक यानी पिछले 25 सालों में बस्तर के अलग-अलग जिलों में कुल 1821 लोगों की हत्या की है। इनमें आम नागरिक समेत जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा हत्या बीजापुर जिले में ही हुई है।

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