भीलवाड़ा: जिले के माण्डल थाना क्षेत्र में 29 जून की रात हुए एक सनसनीखेज हमले के बाद घायल युवक चांद मोहम्मद (23) को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। पांच दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है, जिससे स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पीड़ित चांद मोहम्मद पुत्र मोहम्मद लतीफ पठान, निवासी भदाली खेड़ा, ने अपनी शिकायत में बताया कि 28 जून की रात करीब 11:30 बजे वह मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था। तभी माण्डल स्टेशन के पास विनीत पुत्र राधेश्याम और उसके 7-8 साथी तलवारें लेकर आए। आरोपियों ने चांद की मोटरसाइकिल रोककर उस पर बेरहमी से हमला किया और उसकी जेब से 10 हजार रुपए लूट लिए। घायल युवक को माण्डल अस्पताल से भीलवाड़ा एमजी अस्पताल रेफर किया गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि घटना से महज 5 सेकंड पहले माण्डल थाने की पुलिस गश्ती गाड़ी उसी जगह से गुजर रही थी, लेकिन इसके बावजूद हमलावर बेखौफ होकर तलवारें लहराते रहे और हमला करते रहे। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, बावजूद इसके अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एफआईआर घटना के 24 घंटे बाद दर्ज की गई, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई ठोस सुराग जुटाने में सफलता नहीं पाई है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को संरक्षण दे रही है, जिस कारण वे खुलेआम घूम रहे हैं। स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार पुलिस की लापरवाही से बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई होती तो अपराधियों में डर होता और वे इस तरह खुलकर हमले नहीं करते।
घटना स्थल से कुछ ही सेकंड पहले पुलिस गश्ती वाहन वहां से गुजर चुका था, फिर भी कोई रोकथाम क्यों नहीं हुई? गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने और सीसीटीवी फुटेज के होने के बावजूद पुलिस कार्रवाई क्यों नदारद है? सवाल यही है कि आखिर पुलिस किसका इंतजार कर रही है, जब सबूत और गवाह स्पष्ट हैं और पीड़ित अभी भी अस्पताल में भर्ती है।