भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), बुधवार को घाना के अकरा (Accra) पहुंचे. घाना का यह विजिट 30 साल से भी ज़्यादा वक्त में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला सफर था. घाना की धरती पर कदम रखते ही पीएम मोदी का स्वागत किया गया. राष्ट्रपति जॉन महामा ने उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बाद में, प्रधानमंत्री मोदी ने अकरा में जुबली हाउस में राष्ट्रपति महामा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की.
भारत ने घाना के साथ 4 MoU पर किया साइन
भारत और घाना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा की मौजूदगी में चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम (CEP) पर MoU: आर्ट, म्यूजिक, डांस, साहित्य और विरासत में अधिक सांस्कृतिक समझ और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का मकसद.
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और घाना मानक प्राधिकरण (GSA) के बीच MoU: इसका मकसद मानकीकरण, प्रमाणन और अनुरूपता मूल्यांकन में सहयोग बढ़ाना है.
घाना के ट्रेडिशनल एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन (ITAM) और भारत के आयुर्वेद शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (ITRA) के बीच MoU: पारंपरिक चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान में सहयोग करने का उद्देश्य.
जॉइंट कमीशन मीटिंग पर MoU: इसका मकसद उच्च स्तरीय वार्ता को संस्थागत बनाना और नियमित आधार पर द्विपक्षीय सहयोग तंत्र की समीक्षा करना है.
पारंपरिक शैली में मोदी का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाना की पारंपरिक शैली में स्वागत किया गया, जिसमें संगीत और नृत्य शामिल था, जो दोनों देशों के बीच गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को दर्शाता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस यात्रा के महत्व को साझा करते हुए इसे एक ऐतिहासिक क्षण और भारत-घाना के बीच उपनिवेशवाद के खिलाफ उनके साझा संघर्षों के दौरान बने स्थायी बंधन का प्रतीक बताया.
अकरा स्थित होटल पहुंचने पर बड़ी तादाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय समुदाय के लोगों ने स्वागत किया. घाना में 15,000 से ज्यादा प्रवासी रहते हैं.
इसके बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अकरा के जुबली हाउस में राष्ट्रपति महामा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की और आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की.
प्रधानमंत्री मोदी ने भी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “घाना के अकरा में उतरा. राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा द्वारा एयरपोर्ट पर स्वागत किए जाने के बाद मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. हमारे देश हमारे दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने के लिए मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.”
घाना की यात्रा प्रधानमंत्री मोदी की व्यापक कूटनीतिक यात्रा का पहला चरण है, जिसके बाद वे 3 से 4 जुलाई तक त्रिनिदाद और टोबैगो जाएंगे. इसके बाद वे 4 और 5 जुलाई को अर्जेंटीना जाएंगे. अपनी यात्रा के चौथे चरण में प्रधानमंत्री ब्राजील में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और एक राजकीय यात्रा में भी भाग लेंगे. यात्रा का अंतिम चरण नामीबिया में पूरा होगा.
आगे का क्या प्लान?
प्रधानमंत्री मोदी घाना की संसद को संबोधित करेंगे और 15 हजार से ज़्यादा भारतीय समुदाय से बातचीत करेंगे. राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के साथ उनकी चर्चा कृषि, टीके, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और रक्षा पर केंद्रित होगी, जबकि व्यापार और निवेश साझेदारी पर बातचीत होगी. इसके साथ ही पीएम मोदी ब्लैक स्टार स्क्वायर के विजिट पर जाएंगे.
पीएम मोदी 3 जुलाई को घाना की यात्रा खत्म होगी. इसके बाद 3-4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो के दौरे पर होंगे और 4-5 जुलाई को अर्जेंटीना के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे राष्ट्रपति जेवियर माइली से मुलाक़ात करेंगे और व्यापार, ऊर्जा, निवेश और रिन्यूएबल एनर्जी पर बातचीत करेंगे. त्रिनिदाद और टोबैगो में, प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा सांस्कृतिक प्रतिध्वनि से भरपूर होगी क्योंकि देश भारतीयों के आगमन की 180वीं वर्षगांठ मना रहा है. देश की करीब आधी आबादी भारतीय मूल की है और राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों ही भारत से अपने पूर्वजों का संबंध मानते हैं.
5 से लेकर 8 जुलाई तक पीएम मोदी ब्राजील में होंगे. यहां वे रियो डी जनेरियो में 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. ब्राजील के राष्ट्रपति सहित कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
8 और 9 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी नामीबिया के दौरे पर होंगे. नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जो नामीबिया का दौरा करेंगे. यहां वह राष्ट्रपति नंदी-एनडाइटवाघ से मुलाक़ात करेंगे. इस दौरान, खनिज और ऊर्जा साझेदारी पर चर्चा होगी.