अयोध्या: सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है और इसके साथ ही अयोध्या के 18 गांवों में बाढ़ का खतरा गहरा गया है. हालात को भांपते हुए जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है, सदर, रुदौली और सोहावल तहसीलों के संवेदनशील गांवों में 14 बाढ़ शरणालय और 12 बाढ़ चौकियां तैयार कर दी गई हैं.
डीएम निखिल टीकाराम फुंडे और मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह ने बुधवार को रामपुर पुवारी माझा गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया और ग्रामीणों से बातचीत कर राहत इंतजामों को परखा. डीएम ने साफ कहा कि सभी तटबंध पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी भी आपात हालात से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.
प्रशासन ने जल पुलिस के साथ मिलकर 150 गांवों को चिह्नित किया है, जिन्हें जरूरत पड़ने पर राहत कार्य में झोंका जाएगा. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में लंच पैकेट और राहत सामग्री बांटने की तैयारी पूरी कर ली गई है. स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है—35 मेडिकल टीमें तैनात होंगी, जो बाढ़ग्रस्त गांवों में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा देंगी. पशु चिकित्सा विभाग ने भी 21 टीमें सक्रिय कर दी हैं ताकि पशुओं की देखभाल और टीकाकरण में कोई कोताही न हो.
गौरतलब है कि पिछले साल आई बाढ़ ने 14 गांवों को अपनी चपेट में लिया था. इस बार माझा कला गांव, रुदौली माझा और पूरा बाजार जैसे संवेदनशील इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है. डीएम ने कहा कि लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए हर इंतजाम मुकम्मल कर दिए गए हैं.