सुल्तानपुर: भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री रवीन्द्र त्रिपाठी ने जीएसटी सत्यापन अभियान पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया का समर्थन है. लेकिन इसकी आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न स्वीकार नहीं किया जाएगा. त्रिपाठी ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग का यह अभियान उन फर्मों की जांच के लिए है, जो जीएसटी में पंजीकृत हैं. कुछ फर्मों या तो दर्ज पते पर नहीं मिल रही हैं या फिर घोषित व्यापार से अलग काम कर रही हैं.
ऐसी फर्जी फर्म टैक्स चोरी कर रही हैं. इससे सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है. साथ ही ईमानदार व्यापारियों की छवि भी खराब हो रही है. मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने वाणिज्य कर आयुक्त नितिन बंसल, अपर आयुक्त धर्मजय शुक्ल, एडिशनल कमिश्नर संतोष साहू और सुल्तानपुर के डिप्टी कमिश्नर लोहितेश शरण से मुलाकात की. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अभियान सिर्फ पते और पंजीकरण की जांच तक सीमित रहेगा. स्टॉक की गिनती नहीं होगी. न ही कोई बयान या दस्तावेज जब्त किए जाएंगे.
त्रिपाठी ने व्यापारियों से कहा कि अगर कोई अधिकारी अनुचित मांग करे या अपमानजनक व्यवहार करे, तो इसकी सूचना तुरंत संगठन को दें. संगठन हर स्तर पर व्यापारियों का साथ देगा. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि अभियान को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ चलाया जाए. किसी भी निर्दोष व्यापारी को परेशान न किया जाए.