सहारनपुर: कावड़ यात्रा को लेकर सांसद इमरान मसूद ने कहा कि “देखने वाले देखते रह जाएंगे और सेवा करने वाले सेवा करते रहेंगे.” पुलिस लाइन पहुंचे इमरान मसूद ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी मुस्लिम समुदाय के लोग कावड़ लाने वाले कांवड़ियों की सेवा में लगे रहेंगे. यही हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की एकता का प्रतीक है. धर्म के नाम पर राजनीति पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह सही नहीं है.
सपा सांसद एचडी हसन द्वारा हिंदू संगठनों पर आरोप लगाया गया कि चेकिंग के नाम पर मुजफ्फरनगर में लोगों की पैंट उतरवाई गई. इस पर इमरान मसूद ने कहा कि यह वही मुजफ्फरनगर है जहां पेलगांव में आतंकवादियों ने पैंट उतरवाकर घूमने गए लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. ऐसे काम आतंकवादियों जैसे हैं.
उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी से बचना चाहिए, क्योंकि इससे हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का माहौल खराब हो सकता है।सवाल के जवाब में इमरान मसूद ने कहा कि मुस्लिम लोग कावड़ बनाने का काम करते हैं और यह अपने आप में बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि “यह सजा संस्कृति और विरासत है, जिसे कुछ लोग नष्ट करना चाहते हैं. सहारनपुर मंडल में जितनी भी कावड़ निकलती हैं, मुस्लिम लोग कांवड़ियों की सेवा में लगे रहते हैं. जो लोग कावड़ लेकर जाते हैं, वे अपनी भक्ति के सरोवर में होते हैं। इस पर राजनीति करना ठीक नहीं है.
”उन्होंने कहा कि कावड़ की बनावट भले मुस्लिम कारीगर करें, लेकिन उसका नाम हिंदू आस्था से जुड़ा है। इमरान मसूद ने कहा कि “हम लोग कावड़ यात्रा के दौरान शिविरों में जाकर कांवड़ियों की सेवा करते हैं। पिछली बार भी कुछ लोग नफरत फैलाने में फेल हुए थे और इस बार भी फेल हो जाएंगे। इस तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए. मैं खुद शिविर में जाकर कांवड़ियों की सेवा करता हूं। यही एक-दूसरे की आस्था का सम्मान और हमारी संस्कृति है.”