ग्वारीघाट थाना क्षेत्र में सहेली पर एसिड फेंकने वाली वारदात से शहर दहल गया है। पुलिस की जांच जारी है, वहीं एक खुलासा यह भी हुआ है कि करीब 5 साल पहले इशिता का उसके एक मित्र के साथ वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। जिस पर उसके घरवालों ने डांटा था। उसे अपमानित किया था। इशिता को आशंका थी कि वीडियो को वायरल करने में श्रद्धा की भूमिका थी। वह तब से मन ही मन श्रद्धा से रंजिश रखने लगी। वह श्रद्धा की सुंदरता से पहले ही जलती थी।
सहेली की नौकरी से हुई जलन
कुछ दिन पहले उसे जब यह पता चला कि श्रद्धा की कोलकाता में बड़ी कंपनी में नौकरी लग गई, तो उसकी जलन और बढ़ गई। उसने ठान लिया कि कोलकाता जाने के पहले उसे सबक सिखाएगी। फिर उसने वारदात को अंजाम दिया। आरोपित इशिता अभी पुलिस की गिरफ्त में है। उसे घटना का कोई पछतावा नहीं है। पुलिस से पूछती है कि श्रद्धा जिंदा है? मर जाएगी।
इशिता-अंश दोनों से पूछताछ
श्रद्धा पर एसिड से हमले की आरोपित इशिता साहू अभी पुलिस कस्टडी में है। तेजाब खरीदने उसे सहयोग करने वाले दोस्त अंश शर्मा भी पकड़ा जा चुका है। दोनों को एक ही थाना में अलग-अलग खंड में रखा गया है। अंश ने कॉलेज का प्रोफेसर बनकर सिविक सेंटर स्थित अनुप्रास इंटरप्राइजेज में फोन किया था। एक्सपेरिमेंटल काम के लिए एसिड की जरुरत बताकर उसे इशिता को खरीदने में मदद किया था। वहीं इस मामले में पुलिस ने इशिता और उसके साथी अंश पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था।
पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी
घटना में पुलिस एसिड बेचने वाले अनुप्रास इंटरप्राइजेज के संचालक और आरोपित इशिता के स्वजन की भूमिका की भी जांच कर रही है। ग्वारीघाट पुलिस ने एसिड बेचने वाले दुकान के लाइसेंस एवं बिक्री नियमों की जांच के लिए फूड डिपार्टमेंट को लेटर भेजा है।
फूड डिपार्टमेंट जांच में एसिड बेचने के नियमों में गड़बड़ी पाता है तो फिर दुकान संचालक को भी आरोपित बनाया जाएगा। इशिता के कृत्य का पता चलते ही उसके स्वजन ने घर में रखा करीब 3 मिलीलीटर एसिड टॉयलेट में बहा दिया था। यह साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से न किया गया हो, इसे लेकर भी छानबीन की जा रही है।