आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम, IG ड्रोन्स को मिला पहले स्वदेशी ड्रोन सिमुलेटर का पेटेंट

भारत के पहले स्वदेशी रक्षा ड्रोन सिमुलेटर का पेटेंट IG ड्रोन्स को मिला है. आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. डिफेंस एक्सपो 2022 में पीएम मोदी ने इसका अनावरण किया था. यह भारतीय सशस्त्र बलों के लिए रियलिस्टिक ट्रेनिंग प्रदान करता है.

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आईजी ड्रोन्स एक डिफेंस पार्टनर है, जो स्वदेशी ड्रोन तैनात करता है. रक्षा ड्रोन सिम्युलेटर AI और फिजिक्स-बेस्ड इंजनों का इस्तेमाल करता है, जिससे विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता कम होगी. इसे इंडियन आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और पैरामिलिट्री फोर्स के लिए डिजाइन किया गया है. सिम्युलेटर का पेटेंट मिलने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खुशी जताई है.

उन्होंने कहा है कि पहले ‘मेड इन इंडिया’ रक्षा ड्रोन सिम्युलेटर को पेटेंट मिला. यह आयातित प्रणालियों पर हमारी निर्भरता को समाप्त करेगा और हमारे सशस्त्र बलों को मजबूती प्रदान करेगा. आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और बड़ा कदम.

हम भारत की रक्षा का भविष्य बना रहे- IG Drones

सिम्युलेटर का पेटेंट मिलने पर आईजी ड्रोन्स के फाउंडर और सीईओ बोधिसत्व संघप्रिया ने कहा कि यह पेटेंट भारत के तकनीकी पुनरुत्थान की गौरवपूर्ण घोषणा है. पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हम केवल उत्पाद ही नहीं बना रहे हैं. हम भारत की रक्षा का भविष्य बना रहे हैं. यह मेड-इन-इंडिया ड्रोन सिम्युलेटर हमारे देश के सशस्त्र बलों, वैज्ञानिकों और इनोवेटर्स को सलाम है.

कंपनी ने हासिल की खास उपलब्धि

कंपनी ने कहा कि यह उपलब्धि हासिल करने के साथ आईजी ड्रोन्स भारत की ऐसी पहली कंपनी बन गई है, जिसने रक्षा ड्रोन सिम्युलेटर के लिए इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स हासिल किए हैं. सिम्युलेटर को स्ट्रैटेजिक एसेट्स माना जाता है, जो भारत की सशस्त्र सेनाओं की तैयारियों को मजबूत करने और प्रशिक्षण संबंधी जोखिमों को कम करने हेतु उपकरण प्रदान करता है. आईजी ड्रोन्स ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देशी VTOL, FPV और कामिकेज ड्रोन तैनात किए थे, जिनका उपयोग मैपिंग, सर्विलेंस के लिए किया गया था.

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