उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अग्निवीरों के लिए एक बहुत बड़ी सौगात दी है. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार अग्निवीरों की सेवा समाप्त होने के बाद उन्हें यूपी पुलिस और पीएसी में प्राथमिकता देगी. सीएम योगी ने कहा कि अग्निवीरों के लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा यूपी सरकार मुहैया कराएगी. सीएम योगी ने इस दौरान विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि अग्निवीर बहुत अच्छी योजना है लेकिन कुछ राजनीतिक दल इस पर राजनीति करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
इससे पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र बल (CAPF) और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत पूर्व अग्निवीरों को आरक्षण देने का ऐलान किया है. 24 जुलाई को गृहराज्य मंत्री ने इस बात की जानकारी दी थी. इसके तहत पूर्व अग्निवीरों को कांस्टेबल और राइफलमैन के पद पर एज लिमिट और फिजिकल टेस्ट में छूट दी जाएगी. हालांकि केंद्र सरकार की इस घोषणा के बाद से ही एक बार फिर से विपक्षी नेता अग्निवीर योजना को लेकर सरकार पर हमलावर हो गए हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
गृह मंत्रालय ने दी थी जानकारी
गृह मंत्रालय के एक्स अकाउंट पर इससे संबंधित एक पोस्ट जारी किया था. इस पोस्ट में गृह मंत्रालय की ओर से लिखा गया था कि 4 साल के अनुभव के बाद बीएसएफ पूर्व अग्निवीरों को बल में नियुक्ति के लिए अनुकूल मानता है. पूर्व अग्निवीरों को भर्ती के दौरान 10 प्रतिशत आरक्षण और उम्र में रियायत दी जाएगी. इसका मतलब है कि बीएसएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ में पूर्व अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी.
आरपीएफ भी कर चुका ऐलान
आरपीएफ यानी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने भी अग्निवीरों के लिए ऐसी घोषणा की है. आरपीएफ महानिदेशक ने उत्साह जाहिर करते हुए घोषणा की थी कि वह भी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में पूर्व अग्निवीरों के लिए एज में छूट और फिजिकल एफिसिएंसी टेस्ट में भी छूट प्रदान करेगी. आरपीएण महानिदेशक ने घोषणा करते हुए कहा था कि पहले बैच के अग्निवीरों के लिए 5 साल तक की एज की छूट रहेगी, वहीं उसके बाद आने वाले बैच को 3 साल की छूट मिल सकेगी.