बलिया: प्रशासन पर जबरन धरना समाप्त करवाने का आरोप; आगसा ने उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी

Uttar Pradesh: ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) की अति आवश्यक व महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट स्थित चंद्रशेखर उद्यान में की गई. शासनादेश में दिए गए दिशा निर्देश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र सुगमता पूर्वक जारी करने की मांग को लेकर चल रहे अनिश्चित कालीन धरने के 156 वें दिन जिला प्रशासन द्वारा पुलिस के बल पर जबरन टेंट मंच हटा कर धरना को समाप्त कराने की घोर निंदा करते हुए पूर्वांचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक टीडी कॉलेज छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह झुन्नू ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार में जिला प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रहा है. आरोप लगाया कि भारत के राष्ट्रपतीय राजपत्र संविधान शासनादेश की घोर अवमानना करने वाला प्रशासन संवैधानिक लोकतांत्रिक गांधीवादी आंदोलन का गला घोंटने का काम कर रहा है. प्रवेश परीक्षा पास करने के पश्चात नवानगर निवासी वैष्णवी गोंड का कक्षा छ: में सैनिक विद्यालय व नवोदय में चयन हुआ है लेकिन बलिया सदर तहसीलदार द्वारा जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जाने से प्रवेश से वंचित हो जाने का संकट खड़ा हो गया है जबकि इनके माता पिता का पूर्व में गोंड जाति प्रमाण पत्र निर्गत हुआ है. इनके पूर्वजों के भू राजस्व अभिलेखों 1356 व 1359 फसली में स्पष्ट रूप से गोंड़ अंकित है और शासनादेश में भी स्पष्ट रूप से उल्लिखित है कि जिनके फसली में गोंड़ अंकित पाया जाय उनका जाति प्रमाण पत्र तत्काल निर्गत कर दिया जाए इसमें किसी प्रकार की हिला हवाली न की जाय. कहा तहसील व जिला प्रशासन द्वारा शासनादेश की घोर अवमानना की जा रही है. ये जाति प्रमाण पत्र जारी न कर गोंड, खरवार छात्रों के भविष्य की हत्या करने का काम कर रहे हैं. इस वर्ष सभी वर्ग के छात्रों की छात्रवृति नहीं दी गई. गरीब छात्रों को शिक्षा से वंचित कर देने का काम किया जा रहा है. इस दौरान बैठक की अध्यक्षता कर रहे आगसा के संरक्षक अरविंद गोंडवाना ने कहा कि जिला व तहसील प्रशासन यदि तत्काल भारत के राजपत्र शासनादेश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी करना प्रारंभ नहीं किया जाता है तो आंदोलन के अगले क्रम में एक अगस्त 2025 को बलिया जिलाधिकारी कार्यालय पर विराट प्रदर्शन किया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी तहसील व जिला प्रशासन की होगी. इस दौरान बैठक में प्रमुख रूप से अरविंद गोंडवाना, संजय गोंड, कृष्णा गोंड, लालचंद गोंड, सुरेश शाह, मनोज शाह, छोटेलाल गोंड, कन्हैया गोंड, बच्चा लाल गोंड, शिव शंकर गोंड, छात्र संघ के पूर्व महामंत्री रंजीत गोंड निहाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
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