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इस मुस्लिम देश में बांग्लादेशियों पर आई बड़ी आफत, इस्लामिक स्टेट के लिए कर रहे थे काम

मुस्लिम देश मलेशिया में बांग्लादेशियों पर सबसे बड़ी आफत टूट पड़ी है. मलेशिया ने 36 बांग्लादेशियों को आतंक फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मलेशियाई अधिकारियों का कहना है कि ये सभी इस्लामिक स्टेट के लिए काम कर रहे थे. बांग्लादेश सरकार ने इसे मनगढ़ंत बताया है और अपने लोगों को वापस लाने की बात कही है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक मलेशिया की पुलिस 2016 में कुआलालंपुर में हुए एक संदिग्ध हमले की जांच कर रही थी. इसी दौरान उसे इस्लामिक स्टेट के नेटवर्क के बारे में जानकारी मिली, जिस पर मलेशिया ने बड़ी कार्रवाई की है. मलेशिया पुलिस की विशाखा टीम ने 3 छापेमारी में इन 36 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है.

ISIS को कैसे बढ़ा रहे थे बांग्लादेशी?

पुलिस महानिरीक्षक मोहम्मद खालिद के मुताबिक हर साल हजारों बांग्लादेशी यहां के बागान और खादान में काम करने के लिए आते हैं. आईएसआईस के आतंकियों ने मलेशिया में नेटवर्क तैयार करने के लिए इन्हीं मजदूरों का सहारा लिया.

इसके लिए अंतराराष्ट्रीय स्तर से फंडिंग की गई. बांग्लादेश के मजदूरों को आईएसआईएस के आतंकवादी मलेशिया भेजते थे और यहां से जानकारी जुटाते थे. जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें 5 तो पिछले कई सालों से यहां पर इस्लामिक स्टेट के लिए काम कर रहे थे.

मलेशिया पुलिस का कहना है कि इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हम नेटवर्क के और लोगों की पहचान कर रहे हैं.

मलेशिया में कैसे पकड़े गए ये बांग्लादेशी?

मलेशिया पुलिस के मुताबिक जिन बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है, वो सभी मजदूरी करने के लिए यहां आए थे. कुछ दिन को दिखावे के लिए काम किया, लेकिन उसके बाद ये सभी कट्टरपंथ फैलाने में जुट गए. इन सभी ने इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया.

मलेशिया की पुलिस ने लगातार ट्रैकिंग के बाद इन बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है. बांग्लादेश के विदेश सलाहकार तौहिद आलम ने पूरे मामले को बदनाम करने वाला बताया है. तौहिद के मुताबिक सरकार मलेशिया के संपर्क में है.

वहीं मलेशिया के गृह मंत्री का कहना है कि हम आईएसआईस का गढ़ अपने देश को नहीं बनने देंगे. हम लगातार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, जो चरमपंथ फैलाने में जुटे हैं.

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