गोण्डा : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब नदियों के संरक्षण को लेकर एक और बड़ा कदम उठा चुकी है.गोण्डा जिले की जीवनदायिनी और सांस्कृतिक पहचान मानी जाने वाली मनोरमा नदी को फिर से जीवित करने की मुहिम शुरू हो गई है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा के नेतृत्व में नदी की सफाई, गाद और अतिक्रमण हटाने से लेकर तटों पर पीपल, नीम और पाकड़ जैसे देशी वृक्षों के रोपण का काम तेजी से शुरू हो गया है.गोण्डा-बलरामपुर रोड से लेकर ताड़ी लाल गांव तक नदी के प्रवाह को पूरी तरह साफ करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे सूखी पड़ी जलधारा फिर से बहने लगेगी.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस ऐतिहासिक पहल में मनरेगा से मजदूर, सिंचाई विभाग से तकनीकी सहयोग और वन विभाग से हरियाली का जिम्मा संभाला गया है.खास बात यह है कि यह केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि ग्राम पंचायतों और स्थानीय लोगों की भागीदारी से जन आंदोलन का रूप ले रहा है.
गौरतलब है कि करीब 115 किमी लंबी मनोरमा नदी कभी गोंडा-बस्ती की पहचान हुआ करती थी, जिसका धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है.अब यह नदी फिर से अपने पुराने गौरव को लौटाने की दिशा में बढ़ रही है.जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि यह सिर्फ नदी नहीं, हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और इसके पुनर्जीवन से पूरे क्षेत्र में पर्यावरणीय और सामाजिक चेतना का संचार होगा.