महाराष्ट्र के भाषा विवाद को लेकर हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग हिंदी का विरोध करते हैं वो हिंदुस्तान का विरोध करते हैं क्योंकि हिंदी हिंदुस्तान की मातृ भाषा है. भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवादी पार्टी है और भाजपा ने देश में कभी भी धर्म और जाति की राजनीति नहीं की है. कोई भी अपनी भाषाओं को बढ़ा सकता है. इसमें किसी को भी ऐतराज नहीं है लेकिन यह कहना कि हम हिंदी नहीं बढ़ने देंगें, यह ठीक नहीं है. इससे देश का संघीय ढांचा टूटता है. देश में संघीय ढांचे को बनाए रखने के लिए हिंदी भाषा एक सूत्र का काम करती है जो कि पूरे देश को पिरोकर रखती है.
समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा लगाए गए आरोप कि आंतकवादी और भाजपा धर्म पूछकर मारते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवादी पार्टी है और भाजपा ने देश में कभी भी धर्म और जाति की राजनीति नहीं की है. उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता पर हमला बोलते हुए कहा कि इस प्रकार के ब्यान देना अल्प ज्ञान को दर्शाता है क्योंकि इनको भारतीय जनता पार्टी का चरित्र नहीं पता है. ये महानुभाव पहले सारे हिंदुस्तान में भारतीय जनता पार्टी का चरित्र जान लें फिर ऐसी बात करें.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
जीएसटी का बढ़ना अच्छा संकेत
अनिल विज ने राहुल गांधी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि जीएसटी आर्थिक अन्याय का हथियार है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बताएं कि किसी से जीएसटी जबरदस्ती वसूली जा रही है? जब से जीएसटी लागू हुई है तब से जीएसटी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. देश तरक्की कर रहा है. लोगों के कारोबार बढ़ रहे हैं तो जीएसटी आ रही है. लोगों को रोजगार मिल रहा है तो जीएसटी आ रही है. जीएसटी का बढ़ना अच्छा संकेत है.
ईश्वर करे केजरीवाल हमेशा नीचे ही रहें
उन्होंने आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला. अनिल विज ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में हुई हार को ऊपर-नीचे बताते हों और इसे आम बात मानते हों तो ईश्वर करे आप हमेशा नीचे ही रहो. आप ऊपर कभी न आओ क्योंकि आपको एक ही जैसा लगता है. आप ने देश की राजनीति को गंदा कर दिया. आम आदमी पार्टी ने सरकार के पैसे से लोगों को लालच देकर वोट लेने का दस्तूर बनाया. आम आदमी पार्टी के राज में मंत्री और नेता जेलों में रहे. ऐसी पार्टी धरातल में ही जाएगी और उसके ऊपर आने का सवाल ही नहीं उठता.