भोपाल के अरेरा कॉलोनी में रहने वाले 68 वर्षीय बुजुर्ग के मोबाइल पर दिसंबर से लगातार अनजान नंबर से कॉल और मैसेज आने लगे। कॉल करने वाला खुद को सुप्रीम कोर्ट का जस्टिस बता रहा था।
हैरानी की बात यह थी कि उसके वॉट्सऐप प्रोफाइल पर सुप्रीम कोर्ट के एक मौजूदा जस्टिस की फोटो लगी थी। डीपी देखकर बुजुर्ग भ्रमित हो गए और कुछ दिन तक बात करते रहे।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
धीरे-धीरे कॉल्स की टाइमिंग रात 12 बजे के बाद की होने लगी। मैसेजों की भाषा और विषय भी अजीब थे। थककर बुजुर्ग ने यह बात बेटे को बताई। बेटे ने हबीबगंज थाने में शिकायती आवेदन दिया। जांच के बाद अब अज्ञात आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
बेटी का नाम लेकर बातचीत की शुरुआत की
24 दिसंबर 2024 को बुजुर्ग के मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट का जस्टिस बोल रहा हूं, आपकी बेटी मेरे बेटे के साथ पढ़ती है। इसके बाद लगातार वॉट्सऐप मैसेज भेजे जाने लगे। डीपी में सुप्रीम कोर्ट के जज की फोटो देखकर बुजुर्ग ने शुरुआत में विश्वास कर लिया।
कुछ दिनों तक बातचीत चलती रही, लेकिन फिर आरोपी की बातों में न कोई तर्क था और न उद्देश्य। वह फालतू की बातें करता, और कॉलिंग का समय भी अजीब होता- अक्सर रात 12 से 2 बजे के बीच। इससे बुजुर्ग मानसिक रूप से परेशान हो गए।