उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अपने खेत में धान की रोपाई की. धामी खटीमा के नगरा तराई क्षेत्र में पहुंचे और खेतों में जुताई भी की. सोशल मीडिया पर उनकी किसानी की तस्वीरें शेयर की गई हैं. उन्होंने अपने संदेश में कहा कि यह किसानों के परिश्रम, त्याग और समर्पण को एक प्रकार से हमारा नमन है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेतों में उतरकर पुराने दिनों की यादें ताजा हो गईं. उन्होंने कहा कि अन्नदाता न केवल हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि वे हमारी संस्कृति और परंपराओं के संवाहक भी हैं.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत हुड़किया बौल के माध्यम से भूमि के देवता भूमियां, जल के देवता इंद्र और छाया के देवता मेघ की वंदना भी की. मुख्यमंत्री के इस सांस्कृतिक जुड़ाव और कृषकों के साथ आत्मीय सहभाग ने क्षेत्रीय जनता को गहरे स्तर पर प्रेरित किया.
मुख्यमंत्री धामी की यह पहल उत्तराखंड की ग्रामीण संस्कृति, कृषकों की अहमियत और पारंपरिक लोककलाओं के संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम माना जा रहा है. समझा जा रहा है कि इससे किसानों को प्रेरणा और शक्ति मिलेगी.