Madhya Pradesh: मैहर जिले के कुबरी गांव में दोपहर करीब 12 बजे नायब तहसीलदार रोशन रावत पर रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली चढ़ाने की कोशिश की गई। गनीमत है कि वह बाल-बाल बच गए। घटना के समय 40 से 50 ग्रामीण मौजूद थे. मामले में रामनगर थाने में शिकायत की जा रही है.
नायब तहसीलदार रोशन रावत ने बताया कि कुबरी गांव में मुन्नी बाई रजक का रास्ते को लेकर विवाद चल रहा है। गांव में सीमांकन करने जा रहे थे, तभी रास्ते में रेत से भरा ट्रैक्टर आगे जा रहा था। उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन ट्रैक्टर चालक नहीं रुका, तभी सामने से आ रही गाड़ी की वजह से ट्रैक्टर रुक गया.
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इसके बाद मैं गाड़ी से उतर कर ट्रैक्टर चालक के पास बात करने के लिए पहुंचा, तभी पीछे से उस लड़के का पिता रवेंद्र उर्फ नेपाली आया और ट्रैक्टर स्टार्ट कर हम लोगों पर चढ़ाने का प्रयास किया। हम लोगों ने भाग कर जान बचाई. इस दौरान कुछ लोग गिर गए, जिन्हें चोट लगी है.
आरोपी तेज रफ्तार में ट्रैक्टर लेकर भाग गया। इसके बाद मैंने अमरपाटन एसडीम आरती सिंह एवं रामनगर थाना प्रभारी को सूचना दी. आरोपी ट्रैक्टर चालक की तलाश की जा रही है. प्रशासन पर उठे सवालरेत खनन पर प्रतिबंध के बावजूद मर्यादपुर चौकी क्षेत्र में खुलेआम अवैध खनन किया जा रहा है.
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन, विशेषकर मर्यादपुर चौकी प्रभारी की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों ने बताया, इलाके में लंबे समय से रेत माफिया सक्रिय हैं। स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत की बातें भी चर्चा में रहती हैं.
प्रशासन सख्त, FIR दर्ज की जा रहीप्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, घटना बेहद गंभीर है और आरोपी के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
नायब तहसीलदार रावत ने कहा, हम सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहे थे। ऐसे हमले डराने वाले हैं, लेकिन इससे हम पीछे नहीं हटेंगे.
मैहर की यह घटना दर्शाती है कि अवैध रेत खनन माफिया कितने बेकाबू और दुस्साहसी हो चुके हैं। जब सरकारी अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा पर सवाल उठना स्वाभाविक है। प्रदेश सरकार को इस दिशा में तुरंत, कठोर और निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए.