कांवड़ मार्ग में मालिकों के नेम प्लेट लगाने को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि यूपी सरकार को कांवड़ यात्रियों के लिए भोजन और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि दुकानदारों के नाम प्रदर्शित करने जैसे आदेशों पर. उन्होंने कहा कि प्रशासन की असल नाकामी छिपाने के लिए अधिकारियों से दिखावे के आदेश दिए जा रहे हैं.
अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार को ऐसा करना चाहिए कि कमिश्नर, डीएम और एसपी को कांवड़ यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के लिए तैनात किया जाना चाहिए और सीओ और एसडीएम उनके पैर दबाने के लिए. इससे शायद उन्हें राहत मिले. यह हमारी वैदिक परंपरा है. उन्होंने कहा कि सरकार को एक आदेश जारी करना चाहिए, जिसमें कहा जाए कि डीएम, एसपी कांवड़ यात्रियों के लिए भोजन और स्वास्थ्य की व्यवस्था करेंगे और सीओ, एसडीएम उनकी पैर दबाकर सेवा करेंगे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
क्या भक्तों की सेवा सिर्फ दिखावे तक सीमित है?
अखिलेश ने कहा कि क्या भक्तों की सेवा सिर्फ दिखावे तक सीमित है? सरकार आमजन की सुविधाएं क्यों नहीं सुनिश्चित कर रही? क्या प्रशासन अब प्रचार का औजार बन गया है? कांवड़ियों के लिए जिस गलियारे का प्रचार कर रहे थे, उसे बनाना चाहिए था. उन्हें कांवड़ भक्तों के लिए एक बुनियादी ढांचा बनाना चाहिए था जो उन्हें सुविधाएं प्रदान करता.
कांवड़ यात्रा मार्गों के लिए गाइडलाइन
कांवड़ यात्रा मार्गों पर दुकानों के नाम प्रदर्शित करने के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार और FSDA ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. दुकानों पर दुकानदार का व्यक्तिगत नाम लिखने की अनिवार्यता को हटा दिया गया है. इसके बदले अब दुकानों पर केवल दुकान का नाम प्रदर्शित करना अनिवार्य है. साथ ही, दुकानदार से संबंधित जानकारी जैसे नाम, पता, लाइसेंस नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल एक क्यूआर कोड के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा, जिसे ग्राहक स्कैन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.