जसवंतनगर/इटावा: निलोई गांव में रविवार का दिन दर्दनाक हादसों की एक ऐसी कड़ी लेकर आया, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है.एक ही परिवार के दो बेटों की कुछ ही घंटों के अंतराल में अलग-अलग, मगर दिल दहला देने वाली घटनाओं में मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में मातम और गहरा शोक व्याप्त है.यह दोहरा हादसा गांव के हर व्यक्ति को भीतर तक झकझोर गया है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
रविवार दोपहर करीब तीन बजे, गांव के 25 वर्षीय सत्यवीर, जो स्वर्गीय राम प्रकाश जाटव के पुत्र थे, अपने दोस्तों के साथ सिरहौल पुल के पास नहर में नहाने गए थे.नहाते समय, वह अचानक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे.उनके दोस्तों ने शोर मचाकर बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन नहर का तेज बहाव उन्हें बहा ले गया। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और सत्यवीर की तलाश में जुट गए.
उनकी तलाश सोमवार सुबह तक जारी रही और अंततः सुबह 11 बजे के करीब उनका शव भतौरा के निकट नहर से बरामद हुआ. यह दुखद खबर अभी पूरी तरह से गांव में फैली भी नहीं थी कि परिवार पर दुखों का दूसरा पहाड़ टूट पड़ा। सत्यवीर के बड़े भाई इंद्रजीत, जो जनपद हरदोई में सिपाही के पद पर तैनात थे, को जब छोटे भाई की मौत की खबर मिली, तो वह गहरे सदमे में थे.
गमगीन मन से वह तुरंत अपने घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे। इसी दौरान, प्लेटफार्म पर ट्रेन के गुजरने के समय उनका संतुलन बिगड़ गया और वह ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
जब एक ही परिवार के दो बेटों की मौत की खबर गांव वालों को लगी, तो पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। इस दोहरी हृदय विदारक घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार पर मुसीबतों का यह सिलसिला नया नहीं है। मृतक सात भाई थे, जिनमें से एक भाई, जो दूसरे नंबर का था, वर्ष 2011 में लापता हो गया था और आज तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है.
मृतक सत्यवीर, जो मेहनत-मजदूरी करते थे, पांचवें नंबर के थे, जबकि पुलिस में मृतक आश्रित नौकरी कर रहे इंद्रजीत तीसरे नंबर के भाई थे.ग्रामीण बड़ी संख्या में पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं और इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े हैं.यह घटना निलोई गांव के इतिहास में एक काला अध्याय बन गई है.